VRINDAVAN (10 May): सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट साइकिल ट्रैक को अधिकारी पलीता लगा रहे हैं। वृंदावन में दो विभागों का सही तालमेल न होने से इसका कार्य प्रभावित हो रहा है। लोगों के लिए यह परेशानी का सबब बन रहा है। कार्यदायी संस्था मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण और लोक निर्माण विभाग एक दूसरे का काम पहले करने की बाट जोह रहे हैं।

आधी सड़क बेकार

पर्व-उत्सवों के दिनों वृंदावन में दुनियाभर से श्रद्धालु निजी वाहनों से वृंदावन पहुंचते हैं। सड़क किनारे चल रहे साइकिल ट्रैक के काम से करीब आधी सड़क का उपयोग नहीं हो पा रहा। कहीं गड्ढे हैं, तो कहीं पर निर्माण सामग्री पड़ी है। सरकारी नुमाइंदे कह रहे हैं कि काम प्रगति पर है, जल्दी ही पूरा कर लिया जाएगा। साइकिल ट्रैक छटीकरा से प्रेम मंदिर और प्रेम मंदिर से चैतन्य विहार होते हुए मथुरा मार्ग और सौ शैय्या अस्पताल तक करीब आठ किलोमीटर के दायरे में तैयार हो रहा है।

दो विभागों को जिम्मेदारी

छटीकरा से रुक्मिणी विहार पार्किंग तक के साइकिल ट्रैक का निर्माण लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है, जबकि रुक्मिणी विहार पार्किंग से लेकर सौ शैय्या अस्पताल तक साइकिल ट्रैक विप्रा बना रहा है। विप्रा के ठेकेदार मनीष गोयल ने बताया कि रुक्मिणी विहार से लेकर प्रेम मंदिर तक का ट्रैक लगभग पूरा हो चुका है। अब लोक निर्माण विभाग को सड़क करीब डेढ़ मीटर और बढ़ानी है। वह अपना काम पूरा कर ले, इसके बाद बचे डेढ़ फुट में टाइल बिछाने का काम विप्रा हम करेंगे। इससे सड़क का पानी जमा न हो सके। ये काम पूरा होने के बाद ही साइकिल ट्रैक की फिनि¨शग का काम शुरू हो पाएगा। उन्होंने कहना था कि अभी एक महीने का काम पूरा हुआ है। तीन महीने में विप्रा की जिम्मेदारी वाला पूरा ट्रैक तैयार करना है, मगर लोक निर्माण विभाग ने अभी तक अपना काम शुरू भी नहीं किया है। ऐसे में तय समय में ट्रैक का काम पूरा होना संभव भी नहीं लग रहा।

विजय कुमार, विप्रा सचिव ने बताया कि मौके का जायजा लेकर ही कोई जवाब दिया जा सकता है। वहीं, लोक निर्माण विभाग के अधिशसी अभियंता आईपी शर्मा से काफी संपर्क करने पर भी बात न हो सकी।