एक दिन पहले डाला डेरा
गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर यूं तो ट्यूजडे मार्निंग से ही कैंडिडेट्स का आना स्टार्ट हो गया था, लेकिन यह वह कैंडिडेट्स थे जिनके कोई रिलेटिव्स या फ्रेंड्स यहां पर रहते हैं। वह कैंडिडेट्स जिनका सिटी से कोई वास्ता नहीं था और उनका सेंटर यहां पर पड़ गया है, उनका आना भी ट्यूजडे इवनिंग से स्टार्ट हो गया और उन्होंने एग्जाम से एक दिन पहले ही स्टेशन के वेटिंग रूम से लेकर स्टेशन कैंपस तक डेरा डाल रखा था।

मिल गया सेंटर
एक दिन पहले आने का रीजन सिर्फ दूरी नहीं बल्कि सेंटर को खोजना भी था। एग्जाम देने आए सर्वेश ने बताया कि उनका सेंटर डीएवी डिग्री कॉलेज में पड़ा था और उन्होंने सेंटर नहीं देखा था, इसलिए वह एक दिन पहले से ही सेंटर ढूंढने में लग गए। अपने फ्रेंड्स और जानने वालों को फोन करने और लोकल लोगों से क्वेरी करने के बाद उन्हें सेंटर मिल गया।

देर रात तक हुई स्टडी
दूर दराज से आए कैंडिडेट्स की नींद तो एग्जाम की टेंशन ने ही दूर कर दी थी इसलिए उनको सिवाए पढ़ाई के और कुछ भी याद नहीं था। गोरखपुर रेलवे स्टेशन का नजारा कुछ ऐसा ही था, जगह-जगह कैंडिडेट्स अपने दोस्तों, पेरेंट्स और रिलेटिव्स के साथ स्टेशन कैंपस में पढ़ाई करते रहे। वहीं कुछ ग्रुप स्टडी भी करते हुए नजर आए।

54 सेंटर्स पर होगा जेईई बीएड एग्जाम

वेंस्डे को कंडक्ट होने वाला बीएड का ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम सिटी के 54 सेंटर्स पर दो शिफ्ट में होगा। इसके लिए यूनिवर्सिटी ने अपने लेवल पर सभी तैयारियां भी कंपलीट कर ली हैं। इन 54 सेंटर्स पर 29261 कैंडिडेट्स एग्जाम के लिए रजिस्टर्ड हैं। पहले शिफ्ट का एग्जाम सुबह 8 बजे से 11 बजे तक और दूसरी शिफ्ट 1 बजे से 4 बजे तक ऑर्गेनाइज की जाएगी। यह जानकारी उप नोडल कोऑर्डिनेटर डॉ। धर्मव्रत तिवारी ने दी।

टाइट सेक्योरिटी के बीच मार्निंग में पहुंचेगा पेपर
सिटी के लिए नोडल कोऑर्डिनेटर बनाए गए अवधेश कुमार तिवारी ने बताया कि पेपर भेजने का काम डिस्ट्रिक्ट टे्रजरी ऑफिस के डबल लॉक से सुबह स्टार्ट होगा। यह पेपर्स एडीएम सिटी बीएन सिंह, डिप्टी नोडल कोऑर्डिनेटर डॉ। धर्मव्रत तिवारी और संजीत कुमार गुप्ता की देख रेख में नोडल ऑफिसर एएम अंसारी की प्रेजेंस में 54 सेंटर्स पर भेजे जाएंगे। उन्होंने बताया कि मार्निंग शिफ्ट का पेपर केंद्र प्रतिनिधियों और पुलिस स्कॉर्ट के साथ सुबह 6 बजे और सेकेंड सेशन का सुबह 10 बजे तक पहुंच जाएगा।

108 ऑब्जर्वर ऑन ड्यूटी
गोरखपुर यूनिवर्सिटी द्वारा बड़े पैमाने पर फर्स्ट टाइम कंडक्ट कराए जाने वाले एग्जाम में 54 सेंटर हेड चुने गए हैं। इस दौरान यूनिवर्सिटी की ओर से 108 ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं। इसके साथ ही 22 नगर प्रतिनिधि, 11 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 2 सूपरवाइजर की ड्यूटी भी लगाई गई है। यूनिवर्सिटी के रिप्रेजेंटेटिव के तौर पर चीफ प्रॉक्टर ओपी पांडेय और डॉ। राकेश पांडेय की ड्यूटी लगाई गई है।

सभी फोटोकॉपी की दुकानें रहेंगी बंद
एग्जाम की शुचिता को बनाए रखने के लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन की हेल्प से सभी फोटो कॉपी की दुकानों को बंद रखने के लिए निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही साइबर कैफे और पीसीओ को भी बंद रखने के लिए कहा गया है। कैंडिडेट्स की सुविधा के लिए यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ऑफिस में कंट्रोल रूम बनाया गया है, जो सुबह 5 बजे से एग्जाम खत्म होने तक खुला रहेगा और इसमें कैंडिडेट्स की प्रॉब्लम सुनी और सॉल्व की जाएंगी।

कैंडिडेट्स इन बातों का रखें खास ध्यान
- एग्जाम से पहले बुकलेट और ओएमआर शीट पर लिखे इंस्ट्रक्शन्स को ध्यान से पढ़ें
- ओएमआर को फिल करने के लिए सिर्फ ब्लैक बॉल पेन का यूज करें
- किसी भी एंट्री को इरेजर या व्हाइटनर से चेंज करने पर वह मान्य नहीं होगी
- ओएमआर शीट की तीनों कॉपी एग्जाम के बाद सबमिट करें, बाद में एग्जामिनर खुद उसकी एक प्रति अलग करके कैंडिडेट को देंगे
- एग्जाम से 30 मिनट पहले कैंडिडेट को सेंटर पर पहुंचना होगा
- जिन कैंडिडेट्स के पास डुप्लीकेट एडमिट कार्ड हैं उनको एग्जामिनेशन सेंटर पर मिलने वाले ऑफिशियल डुप्लीकेट एडमिट कार्ड को काउंसिलिंग तक संभालना होगा।

फॉर योर इनफॉरमेशन -
एग्जाम सेंटर्स - 54
कैंडिडेट्स - 29,261
फर्स्ट मीटिंग - 8 से 11
सेकेंड मीटिंग - 1 से 4


report by : syedsaim.rauf@inext.co.in