51 हजार रुपए की प्राइजमनी

15 दिनों के भीतर प्राइज की राशि के साथ वायदे के अनुसार बाकी चीजें देने की बात कही गई है। गौरतलब हो कि 16 दिसम्बर 2011 को 'रियल लाइफ प्रिंसेस ऑफ बिहार' फैशन शो के दौरान ही आयोजक केएन प्रसाद व स्पांसर अभिषेक रंजन के बीच दरार आ गई थी। विनर को 51 हजार रुपए की प्राइजमनी दी जानी थी। मगर आयोजक ध्रुव कम्युनिकेशन ने कोई कांट्रैक्ट नहीं किया था। सारा प्रोग्राम मौखिक था। इसी वजह से विनर्स को प्राइजमनी से हाथ धोना पड़ा। हालांकि यह राशि अभिषेक रंजन ने चेक के रूप में दी। लेकिन विनर के नाम से चेक काटने के बजाय उन्होंने पेजेंट टाइटल के नाम से काट दिया।

वापस हुआ चेक

रियल लाइफ प्रिंसेस ऑफ बिहार की विनर सुप्रिया ने बैंक ऑफ इंडिया, बोरिंग कैनाल रोड ब्रांच में चेक डाला। लेकिन कर्णाटक बैंक लि। से यह चेक वापस लौट गया। कॉज दिया गया अकाउंट डिस्क्रिप्शन मिसमैच। आई नेक्स्ट ने खबर को ब्रेक किया था। मामले में रियल लाइफ इंफ्रास्ट्रक्चर के सीएमडी अभिषेक रंजन कहा था कि मैंने यह चेक सभी पार्टिसिपेंट को दिया था। मैं सभी को बुलाकर समारोह के माध्यम से उनके बीच 51 हजार रुपए की राशि डिस्ट्रीब्यूट कर दूंगा। लेकिन अभिषेक रंजन ने ऐसा नहीं किया। उधर केएन प्रसाद ने कहा था कि यह राशि स्पांसर को देनी थी और उन्होंने ऐसा किया भी। सुप्रिया ने बताया कि अब मैंने इससे जुड़े सभी लोगों को लीगल नोटिस दी है।

Flashback

16 दिसम्बर 2011 को एसके मेमोरियल हॉल में फैशन शो आयोजित किया गया था।

ध्रुव कम्युनिकेशन ने शो आयोजित किया था।

रियल लाइफ इंफ्रास्ट्रक्चर शो को स्पांसर किया था।

शो के विनर को 51 हजार रुपए प्राइजमनी दी जानी थी।

रियल लाइफ के सीएमडी अभिषेक ने विनर सुप्रिया को चेक प्रदान किया था।

चेक विनर के नाम से नहीं काटा गया, बल्कि पेजेंट टाइटल के नाम से चेक काटा गया।

बैंक में चेक डालने के बाद वह वापस आ गया।