Allahabad: तैयारी तो जून के पहले सप्ताह में रिजल्ट डिक्लेयर करने की है। लेकिन, इवैलुएशन सेंटर पर चेक करने को पड़े कॉपियों के बंडल के देखते हुए नहीं लगता है कि ये संभव हो पाएगा। अब तो ऑफिसर्स का भी कांफिडेंस जवाब देने लगा है। ऐसा हो भी क्यों न, उन्हें ये लगने लगा है कि कॉपियों की चेकिंग का काम पूरा होने में ये सप्ताह भी लग जाएगा.

City में भी खराब हैं हालात
वैसे तो अभी स्टेट के कई डिस्ट्रिक्ट में कॉपियों की चेकिंग का काम बाकी है। लेकिन, सबसे खराब स्थिति सिटी के जमुना क्रिश्चियन इंटर कॉलेज सेंटर की दिख रही है। इस सेंटर पर अभी केमेस्ट्री की आठ हजार से अधिक कॉपी चेक करने को बाकी है। परेशानी की बात ये है कि इन कॉपियों को चेक करने की जिम्मेदारी महज 30 टीचर्स के कंधों पर है। स्टैंडर्ड को फॉलो किया गया तो पूरा सप्ताह और टाइम इंक्रीज करके चेकिंग जल्दी पूरी करने की कोशिश की तो भी कम से कम चार दिन इन कापियों को चेक होने में लग जाएंगे.

बढ़ गई है धड़कन
बोर्ड द्वारा निर्धारित किए गए नियमों के अनुसार एक टीचर एक दिन में अधिकतम पचास कापियां ही चेक कर सकता है। यह मानक क्वालिटी मेंटेन करने के लिए निर्धारित किया गया है। ऑफिसर्स कह रहे हैं कि मार्निंग में दस की जगह आठ बजे से कापियों की चेकिंग शुरू करा दिए जाने से एक टीचर 75 तक कापियां जांच सकता है। इस फॉर्मूले को भी मान लिया जाय तो कॉपियों की चेकिंग में तीन से चार दिन और लग जाएंगे। सेंटर इंचार्ज के मुताबिक एक टीचर्स अधिक से अधिक 75 कॉपी ही चेक कर सकता है। इससे अधिक कॉपी चेक करने की कोशिश की गई तो वह स्टूडेंट्स के साथ अन्याय हो जाएगा। बस कारण है कि बोर्ड ऑफिसर्स के दिल की की धड़कन बढ़ गई है। उन्हें ये डर सताने लगा है कि कहीं रिजल्ट डिक्लेयर करने में देर न हो जाए. 

Admission हो जाएगी problem
यूपी बोर्ड ने रिजल्ट डिक्लेयर और मार्कशीट देने में देर की तो स्टूडेंट्स को डिफरेंट यूनिवर्सिटी व कॉलेजेज में एडमिशन के लिए प्रॉब्लम हो जाएगी। क्योंकि, एडमिशन के दौरान स्टूडेंट्स को मार्कशीट प्रजेंट करनी होती है। यही बात बोर्ड ऑफिसर्स को परेशान किए हुए है। क्योंकि उन्हें इस बात का एहसास है कि कॉपियों की चेकिंग जो रफ्तार है, उस स्थिति में इवैलुएशन का काम 22 या 23 मई से पहले नहीं हो पाएगा। इसके बाद रिजल्ट तैयार करने के लिए बोर्ड के पास केवल एक सप्ताह का टाइम होगा। हालांकि ऑफिसर्स का कहना है कि रिजल्ट तैयार करने का काम संबंधित एजेंसियों ने शुरू कर दिया है। बाकी के सब्जेक्ट के माक्र्स भी इवैलुएशन काम पूरा होने के बाद भेज दिए जाएंगे.

Fact file
-चेकिंग के लिए बाकी कॉपियों की संख्या 12 हजार है
-एक टीचर एक दिन में चेक कर सकता है 50 कापियां
-मार्निंग में समय बढ़ाने पर भी यह संख्या 75 ही पहुंचेगी
-कॉपी चेक करने के लिए लगाए गए टीचर्स की संख्या 30 है
-यानी एक दिन में चेक हो सकती हैं अधिकतम 2250 कापियां
-इस अनुपात में कॉपियां चेक करने में लगेंगे कम से कम लगेंगे पांच दिन
-कापियां चेक करने के लिए लास्ट डेट थी 10 मई
City में भी खराब हैं हालात

वैसे तो अभी स्टेट के कई डिस्ट्रिक्ट में कॉपियों की चेकिंग का काम बाकी है। लेकिन, सबसे खराब स्थिति सिटी के जमुना क्रिश्चियन इंटर कॉलेज सेंटर की दिख रही है। इस सेंटर पर अभी केमेस्ट्री की आठ हजार से अधिक कॉपी चेक करने को बाकी है। परेशानी की बात ये है कि इन कॉपियों को चेक करने की जिम्मेदारी महज 30 टीचर्स के कंधों पर है। स्टैंडर्ड को फॉलो किया गया तो पूरा सप्ताह और टाइम इंक्रीज करके चेकिंग जल्दी पूरी करने की कोशिश की तो भी कम से कम चार दिन इन कापियों को चेक होने में लग जाएंगे।

बढ़ गई है धड़कन

बोर्ड द्वारा निर्धारित किए गए नियमों के अनुसार एक टीचर एक दिन में अधिकतम पचास कापियां ही चेक कर सकता है। यह मानक क्वालिटी मेंटेन करने के लिए निर्धारित किया गया है। ऑफिसर्स कह रहे हैं कि मार्निंग में दस की जगह आठ बजे से कापियों की चेकिंग शुरू करा दिए जाने से एक टीचर 75 तक कापियां जांच सकता है। इस फॉर्मूले को भी मान लिया जाय तो कॉपियों की चेकिंग में तीन से चार दिन और लग जाएंगे। सेंटर इंचार्ज के मुताबिक एक टीचर्स अधिक से अधिक 75 कॉपी ही चेक कर सकता है। इससे अधिक कॉपी चेक करने की कोशिश की गई तो वह स्टूडेंट्स के साथ अन्याय हो जाएगा। बस कारण है कि बोर्ड ऑफिसर्स के दिल की की धड़कन बढ़ गई है। उन्हें ये डर सताने लगा है कि कहीं रिजल्ट डिक्लेयर करने में देर न हो जाए. 

Admission हो जाएगी problem

यूपी बोर्ड ने रिजल्ट डिक्लेयर और मार्कशीट देने में देर की तो स्टूडेंट्स को डिफरेंट यूनिवर्सिटी व कॉलेजेज में एडमिशन के लिए प्रॉब्लम हो जाएगी। क्योंकि, एडमिशन के दौरान स्टूडेंट्स को मार्कशीट प्रजेंट करनी होती है। यही बात बोर्ड ऑफिसर्स को परेशान किए हुए है। क्योंकि उन्हें इस बात का एहसास है कि कॉपियों की चेकिंग जो रफ्तार है, उस स्थिति में इवैलुएशन का काम 22 या 23 मई से पहले नहीं हो पाएगा। इसके बाद रिजल्ट तैयार करने के लिए बोर्ड के पास केवल एक सप्ताह का टाइम होगा। हालांकि ऑफिसर्स का कहना है कि रिजल्ट तैयार करने का काम संबंधित एजेंसियों ने शुरू कर दिया है। बाकी के सब्जेक्ट के माक्र्स भी इवैलुएशन काम पूरा होने के बाद भेज दिए जाएंगे।

Fact file

-चेकिंग के लिए बाकी कॉपियों की संख्या 12 हजार है

-एक टीचर एक दिन में चेक कर सकता है 50 कापियां

-मार्निंग में समय बढ़ाने पर भी यह संख्या 75 ही पहुंचेगी

-कॉपी चेक करने के लिए लगाए गए टीचर्स की संख्या 30 है

-यानी एक दिन में चेक हो सकती हैं अधिकतम 2250 कापियां

-इस अनुपात में कॉपियां चेक करने में लगेंगे कम से कम लगेंगे पांच दिन

-कापियां चेक करने के लिए लास्ट डेट थी 10 मई