बिना हेलमेट तेल देने को लेकर पेट्रोल पंपों पर जमकर हुई बहस

पंप कर्मचारियों ने कई लोगों की फोटो खींच वाट्सएप ग्रुप पर डाली

ALLAHABAD: जो करना है कर लो, लेकिन पेट्रोल डालो, मैं बिना पेट्रोल लिए जाउंगा नहीं, अरे, भाई आप बात क्यों नहीं मान रहे, हम बिना हेलमेट आपको पेट्रोल नहीं दे सकते, आप जाएं। यह बहस गुरूवार को शहर के लगभग सभी पेट्रोल पर दिनभर होती रही। बुधवार को ही प्रशासन ने पंप संचालकों की मीटिंग कर उन्हें वाट्सएप ग्रुप बनाने की जानकारी दी थी। बताया गया था कि जो भी बिना हेलमेट तेल के लिए दबाव डाले उसकी फोटों खींचकर वाट्सएप ग्रुप में डाल दें, उनके घर चालान भेजने से लेकर जेल भेजने तक की कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद पंप संचालक और कर्मचारी तो सख्त हो गए, लेकिन पब्लिक के रवैये में कोई खास अंतर नहीं आया। इसे लेकर दिनभर बहस हुई और ग्रुप पर फोटो भी खूब डाली गई। अब प्रशासन दो दिन में पेट्रोल पंपों को गूगल मैप से जोड़ने की प्लानिंग में भी जुटा है।

आश्वासन मिला, पुलिस नहीं

कुछ दिन पहले पंप संचालकों की मांग पर प्रशासन ने पुलिस मुहैया कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी इस पर अमल नहीं हुआ है। पंप संचालकों का कहना है कि अभी तक पुलिस नहीं मिली, हां ये जरूर है कि फोर्स लगातार राउंड कर रही है। इससे पंपकर्मियों का हौसला थोड़ा बढ़ा है। हालांकि, कई बार स्थिति ऐसी आ जा रही है कि लोग पेट्रोल के लिए मारपीट तक पर उतारू हो जा रहे हैं।

घटी बिक्री, टेंशन में कंपनियां

शहर के प्राइम लोकेशन पर स्थित पेट्रोल पंपों पर प्रशासन और पुलिस की अधिक नजर है। ऐसे में वहां ग्राहकों की आवाजाही कम होने लगी है। इसे लेकर तेल कंपनियों ने बिक्री घटने पर चिंता जाहिर की हैं। बता दें कि आउटर पर स्थित पंपों पर लोगों को बिना हेलमेट भी आसानी से पेट्रोल मिल जा रहा है।

बच्चे का चालान, माता-पिता को ज्ञान

हेलमेट अनिवार्य अभियान के तहत गुरुवार को तेलियरगंज स्थित महर्षि पातंजलि विद्या मंदिर के सामने ट्रैफिक पुलिस ने अभियान चलाया। इस दौरान कई बच्चों द्वारा स्कूल के बाहर वाहन खड़ा किए जाने पर उनका चालान काटा गया। इस दौरान कुल 25 बच्चों के पैरेंट्स को स्कूल में बुलाकर उनके सामने चालान की कार्रवाई की गई। साथ ही माता-पिता को बच्चे के सेफ्टी से जुड़े मामलों की जानकारी भी दी गई। मौके पर कई छात्र हेलमेट लगाए हुए भी मिले।

खाली हाथ लौटे एसओ

नियम विरुद्ध बोतल में पेट्रोल देने की जिद करने पर एसओ सिविल लाइंस को गुरुवार को निराश लौटना पड़ा। जानकारी के मुताबिक किसी एक्सीडेंटल केस में वे वाहन के लिए पेट्रोल लेने गए थे, लेकिन पंपकर्मियों ने देने से मना कर दिया। मौके पर ट्रैफिक टीआई ने भी नियमों का हवाला दिया तो मामला बढ़ गया। हालांकि, एसओ ने ऐसी किसी घटना से इंकार किया है।

लोग परेशान कर रहे हैं। बिना हेलमेट पेट्रोल देने का दबाव बनाते हैं। वाट्सएप ग्रुप पर ऐसे लोगों की फोटो खींचकर डाल दी गई है। पंप संचालकों को ऐसे लोगों से न उलझने की सलाह दी गई है। पुलिस से सुरक्षा की मांग की गई है।

रोहित केसरवानी, महामंत्री, पेट्रोल पंप वेलफेयर एसोसिएशन

पब्लिक खुद अपनी सुरक्षा नहीं चाहती है। उनके फायदे के लिए हेलमेट लगाने का आदेश जारी किया गया है। फिर भी वे नहीं मानते हैं। राउंड पर फोर्स आती है तो शांत हो जाते हैं और जाते ही फिर लड़ने लगते हैं।

विनय कुमार सिंह, सीनियर मैनेजर सेल्स, एचपीसीएल

इस नियम से बिक्री का ग्राफ गिरा है। साथ ही लोग पंपकर्मियों के साथ गाली-गलौज और मारपीट पर उतारू हो जा रहे हैं। फिर भी हमारी ओर से पंप संचालकों को प्रशासन के आदेश का पालन करने को कहा गया है।

राजकुमार, सीओएमसीओ ऑफिसर, एचपी आटो केयर सेंटर त्रिवेणी पंप