आज का यूथ के पास डबल क्राइसिस है

स्टूडेंट्स को मोटिवेट करने के दौरान उन्होंने आई नेक्स्ट के साथ भी अपने थॉट और प्लानिंग शेयर की। उन्होंने कहा कि आज का यूथ के पास डबल क्राइसिस है। उन्हें ना इंप्लायमेंट मिल रही है और ना ही सही गाइडेंस। उन्होंने बिहार से अपनी एफिनिटी भी बताई और जल्दी ही बिहार पर बेस्ड एक बुक लिखने की प्लानिंग के बारे में बताया। चेतन भगत बिहार और बिहारियों के साथ बिहारी फूड लिट्टी-चोखा के दीवाने हैं और चाहते हैं कि देश के हर कोने में इसके रेस्टोरेंट खुलें। पेश है उनसे बात-चीत के अंश :

यूथ के सामने आज के मेन चैलेंजेज आपके अनुसार कौन से हैं?

मेरे हिसाब से आज जो देश के प्रॉब्लम्स हैं, वही यूथ के भी हैं। अनइंप्लायमेंट देश और यूथ दोनों की सबसे बड़ी प्रॉब्लम और चैलेंज है। एक तो सभी को जॉब नहीं मिल रही और जिन्हें मिल रही है उन्हें अच्छी सैलरी नहीं मिलती। साथ ही करप्शन, कम्यूनिलिज्म, वीमेन सेफ्टी एंड इंपावरमेंट और स्टेटस ऑफ एजुकेशन भी मेजर चैलेंजेज हैं।

यूथ के सक्सेसमें मेन बैरियर क्या है?

यूथ को न सही ऑपरच्युनिटी मिल रही है और ना ही सही गाइडेंस। ऐसे में उनकी उम्मीदें दम तोड़ रही हैं। लेकिन निराश होने की जरूरत नहीं है, हमेशा ट्राई करते रहना चाहिए। मेरा ही उदाहरण लें। मेरे नोवेल को बेस करके पहली फिल्म बनी थी 'हेलो'। लेकिन यह चली नहीं, लेकिन मैंने हार नहीं मानी, निराश नहीं हुआ। इसके बाद 'थ्री इडियट' और हाल में 'काई पो चे' की सक्सेस से तो आप सब परिचित ही हैं।

बिहार और बिहारियों के बारे में कुछ बताएं?

आंसर - बिहार तो आता ही रहा हूं और बिहारियों से मेरी अच्छी बनती है। एक्टे्रस सोनाक्षी सिन्हा मेरी बहुत अच्छी फ्रेंड है। 'काई पो चे' के लीड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत और मुझमें तो एक सिमिलारटी यह है कि हम दोनों इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के हैं। यहां का लिट्टी चोखा आज पूरे देश ही नहीं दुनिया में धूम मचा रहा है। मेरी तो एडवाइस यह है कि पूरे देश में बिहारी फूड्स सर्व करने वाले रेस्टोरेंट खोले जाने चाहिए। जल्द ही मैं बिहार को बेस कर भी लिखूंगा।

आप भी चौंक उठेंगे,बिहारियों के बारे में chetan bhagat की planning सुनकर

अभी आप किस प्रोजेक्ट में बिजी हैं?

लेक्चर्स और लिटरेचर फेस्टिवल में पार्टिसिपेट करने और कॉलम राइटिंग के अलावे अभी मेरा पूरा ध्यान सलमान खान स्टारर अपकमिंग फिल्म 'किक' की स्क्रिप्टिंग पर है। यह अगस्त 2013 तक पूरी हो जाएगी और इसके बाद मैं अपने नये नॉवेल पर काम स्टार्ट करूंगा।

आपकी फ्यूचर प्लानिंग क्या हैं?

असली भारत को समझने के लिए ज्यादा से ज्यादा इंडियन तक पहुंचना सबसे जरूरी है। मेरी प्लानिंग आने वाले दिनों में रूरल और सेमी-रूरल एरियाज घूमने की है। ऐसा करते हुए मेरी पूरी कोशिश होगी की मैं भारत की डेमोक्रेसी को और बेहतर करने की के लिए कांट्रीब्यूट करूं।

बिग सक्सेस पाने के लिये चेतन भगत के मंत्र

- क्लीयर गोल सेट करें

- गोल तक पहुंचने के लिए रास्ता ढूंढ़े

- डीटेल्ड एक्शन प्लान बनाएं

- फेल्योर का सामना करने के लिए मैकेनिज्म डेवलप करें

- खुद पर विश्वास करें