- सूर्य की उपासना से मिलेगा सभी को विशेष लाभ

- छठ पूजा की तिथि - 26 अक्टूबर

सूर्योपासना का पर्व - 24 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक

आई स्पेशल

मेरठ। हर साल कार्तिक शुक्ल मास की छठी तिथि को महत्वपूर्ण छठ पर्व मनाया जाता है। इस बार छठ पर्व पर 250 साल बाद विशेष योग बन रहे हैं। ज्योतिष के अनुसार इन दिन सूर्य देव के पूजन से विशेष लाभ मिलेंगे।

 

इस बार तीन शुभ योग

इस वर्ष सूर्य षष्ठी पर्व का गुरूवार को होना पूर्वाशाढ़ा नक्षत्र व सुकर्मा योग में चन्द्रमा व शनि धनु राशि में तथा बुध विशाखा नक्षत्र में विचरण कर रहे होंगे तथा छठ पूजन का प्रारम्भ ही चतुर्थी तिथि वृद्धि योग, रवि योग व कुमार योग से प्रारम्भ हो रहा है। इन योगों से मिल कर इस बार महाशुभ योग बन रहा है।

 

भद्रा मुक्त रहेगी पृथ्वी

पूरे षष्ठी के चार दिनों के पूजन में पृथ्वी भद्रा मुक्त रहेगी तथा षष्ठी पूजन की पूर्णता पर सर्वार्थसिद्धि योग भी रहेगा। इस प्रकार समस्त ग्रह, नक्षत्र, राशि योगकरण व वृद्धि योगों आदि की गणना से यह ग्रहराज सूर्य की उपासना का महापर्व इस बार 250 वर्ष पश्चात महाशुभ योग बना रहा है।

 

मंत्र-

- सूर्य जप मंत्र ऊँ घृणी सूर्याय नम:

- षष्ठी देवी मंत्र- सूर्य भगिनी, ब्रह्म मानस पुत्री, षष्ठी देव्यै नम:

 

ठेकुआ व लडुआ का भोग

इस पर्व में बहन षष्ठी देवी व भाई सूर्य देव को दूध व जल का अ‌र्घ्य देते हुए गेहूं के आटे से बने 'ठेकुआ' तथा चावल के आटे से बने 'लडुआ' का भोग लगाया जाता है। इसके बाद यह प्रसाद बांटा जाता है। मान्यता है कि यदि मां अपने गीले आंचल से अपने बच्चों का बदन पोंछती है तो एक वर्ष तक बच्चों को त्वचा सम्बन्धी रोग नहीं होते हैं।

 

छठ पर्व की विधि-

- महिलायें छठ से 2 दिन पूर्व चतुर्थी, पंचमी के दिन से ही उपवास रखती हैं।

 

- नहाए, खाए जिसका मतलब है नदी जाकर नहाइए तब घर आकर शुद्ध खाना पकाइए। खाने में भेलिया, कुम्हड़ा, काशीफल के साथ चावल बनाये जाते हैं जिसे कद्दू भात कहते हैं।

 

- जो भी स्त्री-पुरुष उपवास रखते हैं वह जमीन पर ही सोते हैं। कार्तिक शुक्ल षष्ठी के दिन महिलाएं निर्जला उपवास रखती हैं।

 

- सूर्योदय और सूर्योस्त की पूजा होती है।

 

- सूर्य डूबते समय बुध ग्रह उदित होते हैं इसलिए डूबते सूर्य की पूजा ज्योतिषीय दृष्टि से बुधादित्य योग की पूजा है जो कि कीर्ति के साथ बुद्धि, विवेक, निर्णय तथा व्यवसाय की स्थिति को सबलता प्रदान करती है।

 

वर्जन-

250 साल बाद इस बार छठ पर्व पर विशेष योग बन रहा है। यह योग सभी महिला व पुरुषों को लाभ पहुंचाए। इस दिन व्रत रखना और सूर्य की उपासना विशेष लाभप्रद रहेगी।

- भारत ज्ञान भूषण, ज्योतिषाचार्य

 

इस बार छठ पूजा पर अच्छे योग बन रहे हैं जो हर वर्ग के लिए शुभकारी साबित होंगे।

पं। श्रवण कुमार, सती मंदिर