भारत के पहले गणतंत्र दिवस यह बने हमारे मेहमान
विदेशी मेहमान के रूप में भारत के पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर 1950 में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो आए थे। इसके बाद 2011 में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बम्बांग युधोयोनो भी भारत मेहमान बन चुके हैं। इस बार भी इंडोनेशिया से अतिथि आए हैं।
जब पाकिस्तान से आया मेहमान
1955 में पाकिस्तान के तत्कालीन गवर्नर जनरल गुलाम मुहम्मद भारत में रिपब्लिक डे परेड पर मुख्य अतिथि बने थे। इसके बाद 1965 में पाकिस्तान के कृषि मंत्री राणा अब्दुल हमिद भी मेहमान के रूप में आए हैं। पाकिस्तान के अलावा पड़ोसी देशों में नेपाल, अफगानिस्तान व भूटान के राजप्रमुख इस खास मौके पर भारत के मेहमान बने हैं।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन की मौजूदगी से मौका बना खास
1960 में तत्कालीन सोवियत संघ के चेयरमैन किल्मेंट वोरोशिलोव गणतंत्र दिवस पर मेहमान बनकर भारत आ चुके हैं। उनसे पहले 1957 में रक्षा मंत्री जॉर्जी झुकोव अतिथि बने थे। 1968 में सोवियत संघ के चेयरमैन एलेक्ज़ेई कोसिजिन गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि बने। 2007 में रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनकर पधारे।
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ बनीं मेहमान
1961 में ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय गणतंत्र दिवस भारत की मेहमान बनकर पधारीं। इस मौके पर अब तक ब्रिटेन से पांच मेहमान मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आ चुके हैं।
पहली बार कोई अमरीकी राष्ट्रपति बना मुख्य अतिथि
यह पहला मौका था जब कोई अमरीकी राष्ट्रपति भारत का मेहमान बनकर बतौर मुख्य अतिथि गणतंत्र दिवस का हिस्सा बना। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा पत्नी मिशेल ओबामा के साथ 26 जनवरी 2015 को मेहमान बनकर यहां आए।
फ्रांस के साथ रिश्ता खास
फ्रांस के राजप्रमुख 5 मौकों पर भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बन चुके हैं। इतना ही न हीं जैक शिराक 1976 में प्रधानमंत्री बनकर भारत आए इसके बाद वह 1998 में फ्रांस के राष्ट्रपति के तौर पर मेहमान बने। 1980 में राष्ट्रपति वैलेरी गिस्कार्ड और 2008 में राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी और 2016 में राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद मेहमान बनकर आ चुके हैं।
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