- गोरखनाथ मंदिर में पत्रकारों से रूबरू हुए सीएम योगी आदित्यनाथ

- कहा, लोकसभा सीट छोड़ने का निर्णय था कठिन, इंवेस्टर समिट से प्रदेश में बनेगा औद्योगिक वातावरण

GORAKHPUR: मेरा यहां के हर व्यक्ति से सीधा जुड़ाव है। विकास के लिए मैं हर जगह स्वयं जा रहा हूं लेकिन ये सीट खाली तो रहेगी नहीं। किसी न किसी को तो इस सीट पर आना ही है। पार्टी ने मुझे मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी है जिससे मेरा कार्यक्षेत्र भी बढ़ गया है। गोरखपुर लोकसभा सीट छोड़ने का निर्णय मेरे लिए कठिन था। ये बातें सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहीं। वे बुधवार को गोरखनाथ मंदिर में पत्रकारों से मुखातिब थे।

इंवेस्ट समिट से बनेगा औद्योगिक वातावरण

प्रदेश में होने जा रहे इंवेस्टर समिट के सवाल पर सीएम ने कहा कि इस आयोजन में प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति के साथ देश के तमाम उद्योगपति शामिल होंगे। सीएम ने कहा कि इंवेस्टर समिट के बाद प्रदेश में औद्योगिक वातावरण बनेगा। उन्होंने बताया कि उनकी पूरी टीम इस आयोजन को सफल बनाने में लगी हुई है। सीएम ने आगे कहा कि वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट रोजगार, नौकरी और स्वरोजगार के लिए प्रदेश की बड़ी योजना होने जा रही है। आने वाले तीन वर्षो में 20 लाख यूथ को जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि टेराकोटा यहां का परंपरागत उत्पाद रहा है। प्रदेश के हर जिले में कुछ न कुछ ऐसे पारंपरिक उत्पाद हैं। गोरखपुर में हमने टेराकोटा रखा है लेकिन इसमें सिर्फ टेराकोटा ही नहीं है, यहां हैंडलूम और पिपरौली का पीतल उद्योग भी हैं। इन सभी को सूचीबद्ध कर इसपर कार्य शुरु होने जा रहा है। इन उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए तमाम योजनाओं का लाभ दिया जाएगा जिससे वहां रोजगार के अवसर उपलब्ध हों। उन्होंने बताया कि इंवेस्टर समिट के एक वर्ष बाद प्रदेश सरकार ग्लोबल इंवेस्टर समिट का आयोजन करेगी जिसमें देश ही नही विदेशों के भी उद्योगपतियों को बुलाया जाएगा।

'त्रिपुरा में भी खिलेगा कमल'

सीएम ने कहा कि त्रिपुरा में इस बार कमल खिलेगा। वहां की सरकार को लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है। ऐसे में इस बार वहां भाजपा को व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत त्रिपुरा को 1500 करोड़ रुपए मिलते हैं। सीएम ने कहा कि जब भी कोई सरकार भेदभाव करना शुरु करेगी तो भ्रष्टाचार पनपेगा। वहां शासन की योजनाओं का लाभ सिर्फ उसे मिलेगा जो सीपीएम का कार्यकर्ता है। उसको आवास मिलेगा, उसको मनरेगा का काम मिलेगा। जहां ऐसा कार्य होगा वहां विकास कतई नहीं सकता। सीएम ने कहा कि त्रिपुरा के लोगों को लगता था कि वह जैसे हैं वैसे ठीक हैं। लेकिन अब लोगों को लगने लगा है कि उन्हें विकास चाहिए।