-जाजमऊ स्थित जाना गांव में बननी है 500 गायों के क्षमता की गौशाला, साल भर में टेंडर तक न हो सका

-नगर निगम द्वारा योजना बनाकर भेजने के बाद शासन से अब तक 5.50 करोड़ का बजट तक नहीं आया

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KANPUR: नेता हो, अफसर या फिर विभाग का मंत्रीसभी रोजाना घोषणाएं तो बड़ी-बड़ी कर रहे हैं लेकिन वो धरातल पर उतरती नहीं दिखाई दे रही हैं। यहां तक सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री की घोषणाएं भी कागज कागजों से बाहर नहीं निकल पा रही हैं। ऐसी ही एक योजना है कि कान्हा गौशाला की। सीएम ने पिछले साल अक्टूबर में कानपुर में कान्हा गौशाला बनाने की घोषणा की थी। 5.50 करोड़ का यह प्रोजेक्ट अभी तक कागजों में ही है। यह हालात तब हैं जब स्मार्ट सिटी कानपुर की सड़कों पर आवारा जानवरों का राज है और यही जानवर कई लोगों की मौत का कारण बन चुके हैं। इस योजना की पड़ताल की गई तो पता चला कि शासन से अभी इस योजना के लिए बजट ही नहीं दिया गया है।

अब क्ष्ामता बढ़ा रहे

जाजमऊ के जाना गांव में 3 एकड़ में कान्हा गौशाला का निर्माण किया जाना है। लेकिन 1 साल बाद शासन से बजट आने की बजाय फरमान आया है कि इसकी क्षमता 500 से बढ़ाकर 1,000 जानवरों की जाए। इसको लेकर नगर निगम के अधिकारी अब नई कार्य योजना बनाने में लग गए हैं। अब गौशाला 6 एकड़ में बनाई जाएगी। इसके बजट को लेकर फिर से इस्टीमेट तैयार किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक अब 7.25 करोड़ का बजट तैयार किया गया है। गौशाला में स्टाफ और पशुओं के खाने-पीने, उपचार आदि सभी प्रकार की व्यवस्थाओं के लिए डीएम और नगर निगम को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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कई मौतों के जिम्मेदार

शहर में आवारा जानवरों की तादाद इस कदर है कि साल में 9 से 10 मौतें आवारा जानवरों की वजह से होती है। यही नहीं शहर के आउटर एरियाज में भी इनकी वजह से हाईवे पर कई हादसे भी हो चुके हैं, जिनमें कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं। आवारा कुत्तों के काटने से भी कई लोग आए दिन घायल हो जाते हैं।

138 से ज्यादा गायों की मौत

गोवंश के बचाव के लिए यूं तो बड़े-बड़े वादे और दावे किए जाते हैं। लेकिन हकीकत यह है कि सड़कों पर गोवंश दम तोड़ रहा है। हाल ही में रामनारायण बाजार में गाय कूड़े में पड़ा बम खा गई, जिससे बम फटा और गाय की मौत हो गई। कूड़े में पॉलिथीन खाने से भी गायों की भारी संख्या में मौत हो रही है। वहीं हाईवे पर गाडि़यों की चपेट में आकर भी गोवंश दम तोड़ रहा है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक अब तक जिले में 138 गौवंश की मौत हो चुकी है।

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आवारा पशुओं का आंकड़ा

-65,000 आवारा कुत्ते

-27,000 सुअर

-16,000 गाय

-12,000 सांड

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गौशाला में व्यवस्थाएं

1. पशुओं के लिए अलग-अलग शेड बनाए जाएंगे

2. पशुओं के लिए पानी के पीने की व्यवस्था

3. पशुओं के लिए भूसा और चारे की व्यवस्था

4. गोबर बायो गैस प्लांट भी बनाया जाएगा

5. सौर ऊर्जा पावर प्लांट लगाया जाएगा

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शहर में डेंजर जोन

वीआईपी रोड, जीटी रोड, पांडु नगर, रावतपुर, विजय नगर, शास्त्री नगर, रामादेवी सब्जी मंडी, कल्याणपुर, परमठ, बंबा रोड, लाल बंगला, गुमटी, गोविंद नगर, किदवई नगर आदि।

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कान्हा गौशाला की क्षमता को बढ़ाकर 1,000 गायों की क्षमता का किया जाना है। रिवाइज इस्टीमेट बनाकर भेज दिया गया है। बजट आते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

-संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त, नगर निगम।

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फैक्ट फाइल

6 एकड़ में जाजमऊ के जाना गांव में बननी है गौशाला

500 से बढ़ाकर एक हजार गाय की क्षमता का फरमान

725 लाख रुपए का रिवाइज इस्टमेट किया गया है तैयार

16 हजार से ज्यादा आवारा गाय शहर की सड़कों पर

138 गौवंश की एक साल के अंदर जिले में हो चुकी मौत