-अखिलेश समर्थक भड़के, बेगमपुल पर लगाया जाम

-सपा मुखिया मुलायम सिंह और शिवपाल के बयान के विरोध में सड़क पर सपाई, नारेबाजी

-सुबह 9:30 बजे की बैठक में शामिल होने के लिए मेरठ से नेताओं ने किया कूच

Meerut : सीएम अखिलेश यादव और सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो। रामगोपाल यादव को पार्टी से निकालने पर सूबे में जहां हर जगह विरोध की चिंगारी सुलग रही है वहीं मेरठ में भी सीएम समर्थकों ने बेगमपुल जाम कर दिया। सपा नेताओं ने मुलायम सिंह, शिवपाल विरोध नारेबाजी करते हुए आक्रोश जाहिर किया। शहर में जगह-जगह शिवपाल और उनके समर्थकों के बैनर-पोस्टर फाड़े गए।

शहरभर में हंगामा, प्रदर्शन

सपा मुखिया मुलायम सिंह के कड़े कदम के बाद शुक्रवार रात्रि अनुसूचित जाति-जनजाति मोर्चा के महानगर अध्यक्ष विपिन मनोठिया ने बेगमपुल पर जमकर हंगामा किया। सैकड़ों समर्थकों ने सीएम अखिलेश यादव के समर्थन में नारेबाजी करते हुए कहा कि यदि सपा मुखिया ने अपना फैसला वापस नहीं लिया तो उन्हें इसका खामियाजा भुगतना होगा। जनता सीएम के साथ है। अर्धनग्न प्रदर्शन करते हुए कार्यकर्ता बसों पर चढ़ गए। दूर तक लंबा जाम लग गया वहीं दूसरी ओर कमिश्नरी पार्क पर युवा लोहिया वाहिनी के जिलाध्यक्ष अमित सिवाच ने फैसले के विरोध में समर्थकों के साथ जमकर हंगामा किया। तेजगढ़ी चौराहा समेत शहर के कई स्थानों पर हंगामा और प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने शिवपाल और उनके समर्थकों के पोस्टर भी फाड़े।

नेताओं ने किया लखनऊ कूच

अखिलेश टीम ने देर रात्रि करीब 10 बजे मेरठ से लखनऊ के लिए कूच कर दिया है। सुबह 9:30 बजे लखनऊ में सीएम रेजीडेंस पर होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए मेरठ से विधायक, एमएलसी, दर्जा प्राप्त मंत्री समेत जिला पंचायत अध्यक्ष और सीएम की लिस्ट में शामिल प्रत्याशियों ने कूच कर दिया है। सूत्रों ने बताया कि मेरठ में अखिलेश का खेमा मजबूत है। वहीं पूर्वाह्न 11:30 बजे पार्टी मुख्यालय (लखनऊ) की बैठक में भी सपा नेता शामिल होंगे। वहीं घटनाक्रम के बाद जेल रोड स्थित सपा के कार्यालय पर सन्नाटा पसरा रहा।

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ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घड़ी है। भगवान पर भरोसा है कि पार्टी की बदली स्थितियां जल्द सुधर जाएं। बेशक इस घटनाक्रम के बाद पार्टी की छवि और जनाधार पर फर्क पड़ेगा।

जयवीर सिंह, जिलाध्यक्ष, सपा

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चाचा-भतीजे के बीच का द्वंद्व का पटाक्षेप हो गया है। बेहतर रहा जो विधानसभा चुनाव से पहले सपा की मंशा जनता के सामने उजागर हो गई। सीएम के खिलाफ कार्रवाई समझ से परे है।

शिवकुमार राणा, जिलाध्यक्ष, भाजपा

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पार्टी लाइन से बड़ा कुछ भी नहीं है, सीएम अखिलेश यादव-रामगोपाल को यह समझना चाहिए था। जो भी हो रहा है वो पार्टी के हित सही नहीं है, कहीं न कहीं पार्टी के जनाधार पर बड़ा असर पड़ेगा।

विनय प्रधान, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस

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सपा में अंतद्र्वद्व की इतिश्री है मुलायम सिंह यादव का यह फैसला। निजी हितों की राजनीति करने वाली पार्टी के आला पदाधिकारी अपने हितों को दांव पर लगते देख भड़क रहे हैं। जनता सब जान चुकी है।

अश्वनी जाटव, जिलाध्यक्ष, बसपा

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सपा के लिए ये बेशक बेहद संवेदनशील समय है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इस बड़े फैसले से पार्टी के जनाधार पर फर्क पड़ेगा। सपा के अंतद्र्वद्व ने सूबे में लॉ एंड आर्डर की स्थिति पैदा कर दी है।

यशवीर सिंह, जिलाध्यक्ष, रालोद