-डफरिन हॉस्पिटल में ऑपरेशन के बाद हुआ था बच्चा

-पिता का आरोप लड़का बताकर पकड़ा दी अपाहिज बच्ची

-थाने में हुई पंचायत के बाद फैसला, डीएनए टेस्ट से तय होगा बच्चा किसका

-हंगामे के बाद शाहगंज थाने में दर्ज किया गया मुकदमा

ALLAHABAD: एक दिन पहले मां की कोख के बाहर आंखे खोलने वाले मासूम को मां की गोद कम से कम एक महीने बाद मिलेगी। वह भी तब जबकि कोर्ट डीएनए टेस्ट कराने की परमिशन दे दे और लखनऊ लैब से तत्काल रिस्पांस मिल जाए। किसी एक स्टेज पर मामला फंसने पर इसमें और टाइम भी लग सकता है। यह नौबत आई इसलिए है क्योंकि ऑपरेशन से डिलीवरी के बाद परिवारवालों को बताया गया कि बेटा पैदा हुआ है और करीब दो घंटे बाद ऑपरेशन थियेटर से उन्हें एक बेटी पकड़ा दी गई। बच्चे को जन्म देने वाली मां भले ही कुछ बोलने की स्थिति में न हो लेकिन परिवार के बाकी सदस्यों ने बच्ची को अपने परिवार का सदस्य मानने से इंकार कर दिया है।

चाक घाट का रहने वाला है परिवार

जय केसरवानी चाक घाट के रहने वाले हैं। उनका अपना बिजनेस है। उनकी वाइफ प्रेगनेंट थी। इलाहाबाद में रहने वाले एक रिलेटिव के सजेशन पर उन्होंने अपनी पत्‍‌नी को डिलीवरी के लिए डफरिन हॉस्पिटल में भर्ती कराने का फैसला लिया। श्वेता को लेवर पेन होने पर डॉक्टर्स ने उसे एडमिट कर लिया और बताया कि बच्चे और मां की भलाई के लिए ऑपरेशन करना होगा। जय के इस पर सहमति जताने के बाद डॉक्टर्स ने मंडे को ऑपरेशन किया। दोपहर करीब तीन बजे उसे ऑपरेशन थियेटर ले जाया गया। डॉक्टर्स ने एकबोतल ब्लड की जरूरत बताई तो उसे लेने जय ब्लड बैंक बेली रोड चला गया। हॉस्पिटल में मौजूद उनका एक अन्य रिलेटिव कुछ अन्य सामान लेने निकल गया। करीब चार बजे हॉस्पिटल कर्मचारियों ने ब्लड लेकर लौट चुके जय को सूचना दी कि श्वेता मां बन गई है। उन्हें बेटा हुआ है।

दो घंटे बाद मिली बिटिया

जय केसरवानी का आरोप है कि दो घंटे के बाद उन्हें श्वेता से मिलवाया गया। तब उन्हें बताया गया कि बेटा नहीं बेटी हुई है। उन्होंने बेटी को देखा तो दंग रह गए। उसे होंठ फटे थे और कान भी कटा था। उसकी यह स्थिति देखकर जय के साथ मौजूद परिवार की अन्य महिलाएं सन्नाटे में आ गई। उन्होंने डॉक्टर और नर्स से पूछा तो उल्टे डांट पड़ गई। उस वक्त श्वेता का आपरेशन हुआ था। उसे भी संभालना जरूरी था। सो, परिवार के सदस्य उनकी देखभाल में लग गए।

पूछताछ पर हो गया विवाद

लेकिन, बेटा की जगह बेटी की बात उन्हें खटकती रही। शाम को एक बार फिर हॉस्पिटल कर्मचारियों से इसी बात को लेकर नोकझोंक शुरू हो गई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जय ने इसकी जानकारी इलाहाबाद में रहने वाले सभी रिश्तेदारों को दे दी। ट्यूजडे मार्निग 9 बजे तक सभी रिलेटिव और दोस्त डफरिन पहुंच गए। एक साथ दर्जनों लोगों ने वहां धावा बोल दिया। हॉस्पिटल कर्मचारियों के साथ पूछताछ में जुट गए कि ये कैसे हो गया। कोई सही जवाब नहीं मिलने पर हॉट टॉक होने लगी और देखते ही देखते बच्चा बदलने को लेकर हंगामा शुरू हो गया।

थाने पहुंच सुनाई कहानी

हॉस्पिटल में हंगामे की सूचना मिली तो शाहगंज पुलिस भी वहां पहुंच गई। मुट्ठीगंज के रहने वाले व्यापारी नेता विजय केसरवानी के करीब एक घंटे के बाद फैमिली मेम्बर्स से साथ सभी लोग शाहगंज थाने पहुंचे। उन्होंने एसओ को पूरी बात बताई और आशंका जताई कि उनके बच्चे को बदल दिया गया है।

दर्ज करा दी गई एफआईआर

थाने पहुंची महिलाओं ने हॉस्पिटल प्रशासन पर बच्चा बदलने का आरोप लगाया और सीधे कार्रवाई की मांग की। उनकी मांग थी कि सोमवार को जितनी भी महिलाओं को ऑपरेशन से बच्चा हुआ है, सभी का रिकॉर्ड चेक किया जाय। महिलाएं काफी आक्रोशित थी। शाहगंज पुलिस उन्हें समझाने में जुटी रही। एसओ शाहगंज ने उन्हें आश्वासन दिया कि आप तहरीर दें, रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। इस पर जय ने डॉक्टर और नर्स के खिलाफ तहरीर दी।

मारपीट का आरोप

इसके बाद पुलिस ने पूछताछ के लिए दूसरे पक्ष को भी बुला लिया। हॉस्पिटल के कर्मचारियों से सफाई दी कि कोई बच्चा नहीं बदला गया है। और न ही किसी ने लड़का होने की जानकारी दी थी। जैसे ही ऑपरेशन हुआ, लड़की होने की जानकारी दे दी गई। उन्होंने भी राज और राज के रिश्तेदारों के खिलाफ मारपीट और गाली गलौज करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। इस पर भी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली।

पहले भी मिल चुकी है ऐसी शिकायतें

डफरिन हॉस्पिटल में हर साल एक-दो केस इस तरह का जरूर प्रकाश में आ जाता है। कई बार बच्चा बदलने की बात प्रकाश में आ चुकी है। हंगामा हो चुका है। दो बार तो हॉस्पिटल के अंदर से बच्चा चोरी करने का मामला प्रकाश में आ चुका है। बुर्का पहन कर पहुंची एक महिला एक मासूम को चुरा ले गई थी। यह मामला भी शाहगंज थाने में दर्ज हुआ।

दोनों पक्षों की तरफ से तहरीर मिली है। उसके आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। अपने स्तर की जांच कर रहे हैं। कोर्ट के आदेश के बाद डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। उसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्रवाई होगी।

राधेश्याम राय

सीओ कोतवाली

दोनों पक्षों से बात हुई है। कल ऑपरेशन हुआ है। उस वक्त और कोई आपरेशन नहीं हुआ। फिर भी इनका आरोप है कि बच्चा बदला गया है। अब सिर्फ एक ही आप्शन बचा है। डीएन टेस्ट कराया जाएगा। सच्चाई अपने आप सामने आ जाएगी।

-डॉ। पदमाकर सिंह

सीएमओ, इलाहाबाद