JAMSHEDPUR: पोटका में शुक्रवार को चार माह की बच्ची की टीका दिलवाने के 15 घंटे बाद मौत हो गई। परिजन और ग्रामीण बच्ची की मौत की वजह टीके को बता जमकर हंगामा किया। उच्चस्तरीय जांच के आश्वासन के बाद लोग शांत हुए। मामला हेंसलबिल पंचायत अंतर्गत केंदमुड़ी गांव के इंदासाई टोला का है। बच्ची को गुरुवार को दिन में 12 बजे टीका लगाया था। पोटका थाने में बच्ची की मां ने एएनएम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम जमशेदपुर भेजा गया। बच्ची रानी कैवर्त के पिता अश्विनी कैवर्त ने बताया कि उसकी पत्नी आरती गुरुवार की दोपहर बच्ची को लेकर हेंसलबिल स्थित आंगनबाड़ी केंद्र गई थी। वहां एएनएम रासमणि दास ने बच्ची को पेंटा 3, ओपीवी 3 एवं रोटो वैक्सीन 3 टीका लगाया।

टीकाकरण के बाद वह बच्ची को लेकर घर आ गई। उन्होंने बताया कि घर आने के बाद देर रात तक बच्ची खेल रही थी। जब रात के तीन बजे आरती ने बच्ची को बेसुध पाया। सुबह होने पर जब वह बच्ची को लेकर पोटका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचे तो वहां कोई डॉक्टर नहीं था। एएनएम ने बच्ची की मौत हो जाने की बात कहते हुए घर चले जाने की सलाह दी। बच्ची की मौत की सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण सीएचसी पहुंचे और हंगामा करने लगे। ग्रामीण जांच टीम का गठन कर शव के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कर मांग कर रहे थे। उधर, पोटका सीएचसी के प्रभारी डॉ। मृत्युंजय धावडि़या ने बताया कि बच्ची की मौत टीका से नहीं हुई है। हेंसलबिल आंगनबाड़ी केंद्र में पांच बच्चों को टीका लगाया गया था। बाकी चारों बच्चे स्वस्थ हैं। रही बात मौत की तो यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत गुत्थी सुलझेगी।