-करीब दो घंटे तक पुलिस को चाचा करता रहा गुमराह

-परिजनों को नहीं कोई शक, अब पता लगा रही असली वजह

BAREILLY: साहू गोपीनाथ से ढाई वर्ष के मासूम के अपहरण के बाद हड़कंप मच गया। बच्चे को ले जा रहे युवक को पब्लिक ने पुलिस की मदद से पकड़ लिया तो वह बच्चा छोड़कर भागने लगा। यही नहीं उसके पुलिस और पब्लिक से धक्का मुक्की भी की। किसी तरह पीआरवी ने उसे पकड़ा और कोतवाली लेकर आयी। करीब दो घंटे की पूछताछ के बाद भी उसने अपना परिचय नहीं दिया। पुलिस ने पब्लिक की मदद से बच्चे का एड्रेस ट्रेस किया। उसके बाद पुलिस बच्चे व युवक को बारादरी थाना लेकर गई तो पता चला जिस पर अपहरण का आरोप लगा है, वह बच्चे का सगा चाचा है। परिजनों ने उसपर कोई शक नहीं जताया है लेकिन पुलिस चाचा से पूछताछ कर बच्चे को ले जाने का रीजन पता कर रही है।

बच्चे को नीचे डालकर भागा

साहू गोपीनाथ चौराहा पर कुछ लोगों को पता चला कि एक बच्चा है, जिसे कोई युवक लेकर जा रहा है। युवक संदिग्ध लग रहा है तो उन्होंने युवक से पूछा तो उसने अपना नाम बताने की वजाय बच्चे को नीचे डाल दिया और भागने लगा। पब्लिक ने उसे दौड़ाकर पकड़ा तो उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। इसी दौरान मठ चौकी के पास खड़ी पीआरवी 3454 पर तैनात कांस्टेबल अरुण कुमार और होमगार्ड तेजपाल सिंह को एक महिला ने बताया कि युवक बच्चे को अपहरण करके ले जा रहा है, तो उन्होंने भी बच्चे का पीछा कर युवक को पकड़ लिया तो उसने पुलिस से भी धक्का मुक्की और भागने लगा। जिसके बाद अन्य लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। बता रहे हैं कि पुलिसकर्मी डर गए थे। यही नहीं उसने अपना पैजामा भी उतार दिया और नशे से नाटक करने लगा। जिसके बाद उसे पकड़कर कोतवाली ले जाया गया।

पुलिस को नहीं बताया कुछ भी

जब युवक को कोतवाली लेकर आया गया तो एसएचओ कोतवाली गीतेश कुमार ने उससे पूछताछ शुरू की लेकिन उसने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। उसके बाद सीओ सिटी वन कुलदीप कुमार भी पहुंच गए। पुलिस टीम ने उससे काफी देकर कभी सख्ती तो कभी नरमी से पूछताछ की लेकिन उसने कुछ नहीं बताया। पुलिस बच्चे को भी उसके पास लेकर गई ताकि पता चल सके कि कहीं वह बच्चे का जानने वाला ही तो नहीं है। उसके बाद बड़ी मुश्किल से उसने अपना नाम नाजिम बताया और शहदाना निवासी बताया। इस दौरान पुलिस बारादरी थाना के अलावा अन्य थानों की पुलिस को भी बच्चे के मिलने के बारे में अलर्ट कर दिया। दो घंटे बाद पुलिस ने युवक का घर पता कर उसके भाई को बुलाया तो भाई ने आकर बताया कि आरोपी युवक बच्चे का चाचा है। जिसके बाद पुलिस बच्चे व आरोपी को बारादरी थाना लेकर पहुंची।

टहलाने के लिए निकला था

पुलिस जांच में आया कि बच्चे का नाम आहिल है। उसके पिता राशिद और मां तरुनुम्म हैं। पिता राशिद ने बताया कि खाना खाने के बाद उन्होंने ही बच्चे को टहलाने के लिए नाजिम को भेजा था। नाजिम बच्चे को क्यों लेकर जा रहा था, उन्हें नहीं पता है। उन्हें अपहरण का भी शक नहीं है। उन्होंने भाई से जाकर भी पूछा लेकिन उसने कुछ भी नहीं बताया। पुलिस ने बच्चे को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है, लेकिन अभी नाजिम को हिरासत में रखा है ताकि बच्चे को ले जाने का असली रीजन पता चल सके।

और मां की गोद में पहुंचते ही खुश हुआ बच्चा

जब बच्चा पुलिस जवानों के पास पहुंचा तो वह लगातार रो रहा था। बच्चे को चुपाने के लिए महिला एसआई प्रीति पंवार को बुलाया गया। वह काफी देर तक बच्चे को गोद में दुलारती रहीं। इधर उधर ले जाकर उसे चुपाती रहीं। उसने क्रेक्स भी लाकर दिए लेकिन वह बार-बार रोए जा रहा था। उसने सिर्फ अपना नाम और पिता का नाम ही बताया। उसके बाद पुलिस जब उसे बारादरी थाने लेकर गई और मां की गोद में सौंपा तो वह तुरंत ही चुप हो गया। मां ने भी उसे तुंरत गले लगा लिया और उसकी आंख से खुशी के आंशू निकल आए। यही नहीं उसके बाद लेडी एसआई ने बच्चे को अपनी गोद में लेने चाहा लेकिन वह नहीं आया। हालांकि बच्चा परिजनों के पास पहुंचने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।