- ठेकेदारों ने की मनमानी, अफसरों ने की अनदेखी

- दिन भर देखते रहे अफसर, किसी ने नहीं की टोका-टाकी

GORAKHPUR: फर्टिलाइजर कैंपस में पीएम के कार्यक्रम की तैयारी में लगे प्रशासनिक अफसर इतनी हड़बड़ी में हैं कि सारे नियम-कानून भूल गए हैं। हालत यह है कि ठेकेदार की मनमानी और जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते देश के प्रधान सेवक के कार्यक्रम में देश के होनहार ईट और बालू ढो रहे हैं। पढ़ने की उम्र में बच्चे बांस-बल्ली से लेकर हेलीपैड निर्माण तक में लगे हैं। मंगलवार को दिनभर बच्चे कार्यक्रम स्थल पर काम करते रहे और प्रशासनिक अधिकारी आते-जाते रहे, लेकिन उनकी नजर इन पर नहीं पड़ी।

एक सप्ताह से कर रहे काम

फर्टिलाइजर कैंपस में हेलीकाप्टर उतरने के लिए तीन हेलीपैड बनाए जा रहे हैं। इनमें से एक प्रधानमंत्री के उतरने के लिए, दूसरा सुरक्षा अधिकारियों के लिए है। वहीं एक हेलीपैड को इमरजेंसी के लिए सेफ रखा जाएगा। एक हफ्ते से फर्टिलाइजर में मंच, बैरीकेटिंग, हेलीपैड और पार्किंग बनाई जा रही है। इन सभी के निर्माण में नाबालिग लगातार लगे हैं।

साढ़े चार सौ मजदूर

हेलीपैड बनाने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी विभाग को दी गई है। काम पूरा कराने के लिए अधिकारियों ने परिचित ठेकेदारों की मदद मांगी। ठेकेदारों ने मजदूर अरेंज कर विभागीय अधिकारियों को दे दिए। शुरू में दो सौ मजदूरों को काम पर लगाया गया। बाद में इनकी संख्या बढ़ाकर साढ़े चार सौ कर दी गई। लेकिन इस दौरान बाल मजदूर भी काम पर लगा दिए गए। मंगलवार को भी बाल श्रमिकों से काम लिया गया।

वहां एक्शन, यहां अनदेखी

डीजीपी के निर्देश पर प्रदेशभर में ऑपरेशन मुस्कान अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट बाल श्रमिकों को मुक्त कराकर उनके घर भेज रही है। हाल के दिनों में एएचटीयू ने शहर के विभिन्न दुकानों पर काम कर रहे 20 मजदूरों को छुड़ाया। पुलिस ने दुकानदारों को बाल मजदूरों से काम न लेने की सख्त हिदायत दी। लेकिन, जहां पीएम का कार्यक्रम होने वाला है, वहीं पर नाबालिगों से काम लिया जा रहा है और अधिकारी कुछ नहीं कर रहे।

वर्जन

पीएम के कार्यक्रम की तैयारी की जा रही है। मजदूरों ने किसी परिचित को बुला लिया होगा। बाल मजदूरों को काम पर नहीं लगाया गया है।

- विजय कुमार सिंह, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी

बाल मजदूरों से काम लेना गलत है। नियमानुसार इसमें श्रम विभाग के अफसर ही कार्रवाई कर सकते हैं।

- समर बहादुर सरोज, जिला प्रोबेशन अधिकारी