-आशा ज्योति केंद्र और चाइल्ड लाइन की टीम को पुलिस को मौजूदगी में खदेड़ा

BAREILLY: बरेली स्मार्ट सिटी बनने जा रहा है लेकिन यहां अभी भी बाल विवाह जारी है। थर्सडे को बाल विवाह रुकवाकर उन्हें रेस्क्यू कराने निकली आशा ज्योति केंद्र और चाइल्ड लाइन की टीम को फरीदपुर के हसनपुर गांव से खाली हाथ लौटना पड़ा। टीम के पहुंचते ही गांव वालों ने विरोध कर दिया और घर के अंदर नहीं घुसने दिया। यही नहीं दुल्हन को बालिग दिखा दिया और नाबालिग दूल्हे को भी रेस्क्यू नहीं करने दिया।

घर के अंदर नहीं घुसने दिया

बता दें कि चाइल्ड लाइन की टीम को सूचना मिली थी कि हसनपुर गांव की 14 वर्षीय लड़की का सबदनपुर निवासी 15 वर्षीय लड़के से बाल विवाह किया जा रहा है। थर्सडे रात में फरीदपुर पुलिस के साथ आशा ज्योति केंद्र के साथ चाइल्ड लाइन की टीम गांव में पहुंची और बाल विवाह रुकवाने की कोशिश की। यहां बरात आने वाली थी। जैसे ही गांव वालों को पता चला कि कोई टीम आयी है, जिसके बाद गांव वालों ने विरोध शुरू कर दिया। गांव वालों का विरोध देखकर पुलिस भी कुछ नहीं कर सकी। यही नहीं टीम को घर के अंदर ही नहीं घुसने दिया। उसके बाद मछला देवी को दुल्हन बना दिया गया। यही नहीं टीम को मछला देवी को ही दुल्हन के रूप में दिखा दिया गया। जिससे टीम को मजबूरी में वापस लौटना पड़ा।