गांग की 23 साल पहले किडनैपिंग हुई थी और उनके घर से 15 हजार किलोमीटर दूर एक जोड़े को बेच दिया गया था. बचपन की धुंधली यादों को संजोए गांग ने कई साल तक अपने मां बाप को ढूंढने की कोशिश की.

इसके बाद गूगल मैप और अपनी यादों के आधार पर बनाए एक नक्शे ने उन्हें आखिरकार अपनी मंजिल तक पहुंचा दिया. गांग ने अपना ज्यादातर समय साउथ वेस्ट एरिया के फुजिआन प्रांत में बिताया था.

उसने अपने होम टाउन और दो पुलों का एक धुंधला सा मैप बनाया. इसके बाद इस मैप को एक वेबसाइट पर डाल दिया. इस वेबसाइट को यूज करने वाले दूसरे यूजर्स ने गांग को इस मैप से मिलते जुलते कई जगहों के बारे में बताया. कई ऐसे गांवों के बारे में भी बताया जहां से उसकी किडनैपिंग हुई थी. इसके बाद गांग ने सुझाई गई जगहों को गूगल मैप पर खोजा.

 

आखिरकार गांग जब याओजियाबा नामक जगह पर पहुंचा, तो उसकी बचपन की यादें फिर से ताजा हो गई. उसे अपनी यादों में घूमने वाली जगह और याओजियाबा में कोई अंतर नहीं दिखाई दिया. इसके बाद गांग अपने माता पिता से मिलने वहां गया. इस पुनर्मिलन को हुनान टेलीविजन पर भी दिखाया गया.

गांग की मां ने कहा कि मैं जब भी अपने बेटे के बारे में सोचती थी रोने लगती थी. मुझे पता नहीं था कि मेरे बेटे को खाने को कुछ मिल रहा है या नहीं. मेरे बेटे के पास पहनने के लिए कपड़ा है या नहीं. चीन में हर साल हजारों बच्चों की किडनैपिंग हो जाती है और उन्हें निसंतान जोड़ों या फिर ऐसे लोगों को बेच दिया जाता है जो बेटे की चाह रखते हैं.

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