-कदमा में दबोचा गया साहेबगंज का आठ साल का मोबाइल चोर

-गिरोह का मुखिया है अजय और मुस्तफा नाम का व्यक्ति

-कहां रहता है सरगना, इसकी जानकारी नहीं है बच्चे को

-कुछ महीने पहले भी पकड़ा गया था मोबाइल चुराने वाला बच्चा चोर गिरोह

JAMSHEDPUR: शहर में मोबाइल चुराने और पॉकेटमारी करने वाला ऐसा गिरोह सक्रिय है जिसमें आठ से दस वर्ष के बच्चे शामिल हैं, जो ठीक से बोल भी नहीं पाते हैं। यह गिरोह मुख्य रुप से प्रदेश के साहेबगंज जिले के एक गांव का रहने वाला है जहां बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक इसी कार्य में शामिल हैं। यह गिरोह पूरे सूबे में सक्रिय है। गिरोह से ही जुड़ा आठ वर्षीय बच्चा कदमा सब्जी मार्केट में मंगलवार को रंगेहाथ मोबाइल चोरी करता पकड़ा गया। उसने टाटा स्टील के एक कर्मचारी की जेब से उस समय मोबाइल गायब कर दिया जब वह सब्जी की खरीद कर रहे थे। बाद में बच्चे की तलाशी ली गई तो उसके पास से मोबाइल बरामद किया गया। फिर बच्चे को कदमा थाने की पुलिस को सौंप दिया गया।

अजय लाया है गांव से

बच्चा सहीं ढंग से बोल नहीं पा रहा था। उसने बताया कि उसके जैसे कई और बच्चे शहर में मोबाइल चुरा रहे हैं। गिरोह का मुखिया अजय और मुस्तफा नाम का व्यक्ति है। वह कहां रहता है, इसकी जानकारी वह नहीं दे पाया लेकिन खुद को साहेबगंज का रहने वाला बताया। कदमा थाने की पुलिस को उसके माता-पिता का मोबाइल नंबर भी उससे मिला। परिजनों को पुलिस ने सूचना देने की कोशिश की, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। बच्चे ने पुलिस को बताया कि अजय नामक युवक उसे बहला-फुसलाकर गांव से लाया और पॉकेटमारी करने के साथ मोबाइल चोरी कैसे की जाती है, इसकी ट्रेनिंग दी। उसने पहली बार ही मोबाइल चुराने की कोशिश और पकड़ा गया। कदमा थाना प्रभारी शंकर ठाकुर ने बताया कि कुछ माह पूर्व भी मोबाइल चुराने वाला बच्चा गिरोह के दो सदस्य पकड़े गए थे। चार-पांच दिनों तक रखने के बाद एक बच्चे का नाम-पता मिला था। परिजनों को संपर्क करने पर जानकारी हुई कि बच्चा लापता हो गया था। उसकी मिसिंग इंट्री भी साहेबगंज में कराई गई थी। बाद में बच्चे को परिवार वाले ले गए।

ऐसे गायब करते हैं मोबाइल

पकड़े गए बच्चे ने पुलिस को बताया कि वे लोग बाजार में भीड़ का फायदा उठाते हैं। कोई सब्जी खरीद कर रहा होता है तो वे देखते हैं कि मोबाइल उसकी ऊपरी जेब में है तो उसके बगल में जाकर सट जाते हैं। थैली को पॉकेट के पास ही सटा कर रख देते हैं। आम तौर पर जेब में मोबाइल पर रहने पर मोबाइल कुछ बाहर निकल जाता है और लोग सब्जी खरीदने के दौरान नीचे झुक रहते हैं। इसी का फायदा उठाते हुए मोबाइल को थैली में गिरा देते हैं।

कुछ माह पूर्व भी मोबाइल चुराने वाला बच्चा गिरोह के दो सदस्य पकड़े गए थे। चार-पांच दिनों तक रखने के बाद एक बच्चे का नाम-पता मिला था। परिजनों को संपर्क करने पर जानकारी हुई कि बच्चा लापता हो गया था। उसकी मिसिंग इंट्री भी साहेबगंज में कराई गई थी। बाद में बच्चे को परिवार वाले ले गए।

-शंकर ठाकुर, कदमा थाना प्रभारी