स्थानीय मीडिया के मुताबिक मुसा दाइब नाम के इस शिशु की बांह की हड्डी दो जगह से टूट गई है और वह एक वेंटीलेटर की सहायता से सांस ले पा रहा है लेकिन उसके ज़िंदा बचने की उम्मीद है.

उसका इलाज कर रहे डॉक्टर का कहना है कि बच्चा एक आधी सड़ी घास के टुकड़े पर गिरा, जिसकी वजह से उसकी जान बचने में मदद मिली.

मिनिएपॉलिस शहर में रहने वाले सोमाली मूल के माता-पिता की संतान मुसा दाइब के रिश्तेदारों और परिवार के दोस्तों का कहना है कि उसका परिवार सदमे में है.

'चमत्कार'

सोमाली समाज के एक स्वयंसेवक कार्यकर्ता एब्दिरिज़ाक बिहि ने स्टार-ट्रिब्यून अख़बार को कहा, "जब लोगों को पता चला कि वह बच गया है तो कोई भी यकीन नहीं कर पाया."

बिहि ने कहा, "मुझे उसके माता और पिता की ज़्यादा चिंता है. उनकी हालत बहुत ख़राब है. वह तो बोल भी नहीं पा रहे हैं."

मुसा का इलाज कर रही डॉक्टर टीना स्लशर का कहना है कि अगर इतनी ऊंचाई से कोई वयस्क गिरता तो वह पक्का मर जाता.

उन्होंने स्थानीय टीवी चैनल को बताया, "छोटे बच्चे लचीले होते हैं और उतनी आसानी से नहीं टूटते जितने हम. और फिर वह एक आधी सड़ी घास के एक छोटे से टुकड़े पर गिरा था."

लेकिन इसके साथ ही उन्होंने कहा "यकीनन यह एक चमत्कार है. यह भगवान का उसके परिवार को तोहफ़ा है. अक्सर बच्चे इतनी ऊंचाई से नहीं गिरते और गिरते हैं तो बचते नहीं."

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