घर से टॉफी लेने निकला था, लौटा नहीं

पिता ने चप्पल नाले में तैरती देखी, शव मिला

आगरा। थाना सदर स्थित शहीद नगर में मौत के नाले ने नर्सरी के मासूम छात्र को निगल लिया। परिवार उसकी तलाश कर रहा था। पिता को पहले उसकी चप्पल नाले में दिखी फिर पैर। परिजन उसे चिकित्सक के पास ले गए, लेकिन चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत का नाला पहले भी एक जान ले चुका है।

घर से बाहर टॉफी लेने गया था

शहीद नगर, रेडियो कॉलोनी के पीछे रहने वाले राजवीर त्यागी के दो बेटे, एक बेटी है। 7 वर्षीय नमन सबसे छोटा था जो नर्सरी में पढ़ता था। बड़ी बहन नंदनी व बड़ा भाई अनुज है। गुरुवार की दोपहर नमन घर से पास ही एक दुकान पर टॉफी लेने गया था। लेकिन दुकान बंद थी। इसके बाद वह वहीं पर खेलने लगा। वहां पर एक 20 फुट गहरा है।

नाले में मिला मासूम का शव

बच्चे के घर न लौटने पर परिजन उसकी तलाश कर रहे थे। पड़ौसी मोहम्मद खालिद इसकी सूचना चौकी पर भी देकर आए। परिजन एरिया में उसकी तलाश कर ही रहे थे कि उसकी चप्पल पिता को नाले में दिखाई दी। वह पास गए तो मासूम का पैर दिखाई दिया।

परिजनों में मचा कोहराम

मासूम को नाले से निकाल कर परिवार डॉक्टर के पास ले गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। बेटे की मौत पर परिवार में कोहराम मच गया। बेटे का शव देख मां सावित्री की हालत बिगड़ गई। मासूम की मौत पर एरिया में सभी की आंख में आंसू थे।

मौत के नाले का नहीं कोई इलाज

एरिया में रहने वाले मोहम्मद खालिद के मुताबिक सालों से नाला खुला हुआ है। नाला एक किमी। गोबर चौकी तक गया है। नाले की कभी सफाई नहीं होती। पूरी तरह चोक होने से बारिश में पानी भर जाता है और घरों में भी चला जाता है। नाले को पैक नहीं किया गया है। यहां पर हादसे होते रहते हैं।

पहले भी डूबा था बच्चा

मोहम्मद खालिद के मुताबिक दो-तीन साल पहले भी एक बच्चे की इसी नाले में डूब कर मौत हुई थी। लेकिन इसके बाद भी नाला नहीं ढका गया। कई बार लोगों ने प्रशासन में इस बात को लिख कर दिया है लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया जाता। बच्चा संभवत: नाले के पास खेल रहा होगा या फिर उसकी चप्पल गिर गई होगी जिसे निकालने के दौरान वह नाले में गिर गया। उस दौरान वहां पर लोग भागवत सप्ताह का पंडाल लगा रहे थे उनकी निगाह भी बालक पर नहीं पड़ी।