-डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल से चोरी बच्चे के मामले में आया नया मोड़

-एसएसपी ऑफिस पहुंची महिला बोली-सोनू को मैनें दिया था बच्चा

BAREILLY :

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल से बच्चा चोरी के मामले में मंडे को नया मोड़ गया है। दोपहर को एसएसपी ऑफिस पहुंची एक महिला ने प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि बच्चा डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के वार्ड ब्वॉय दिनेश ने नहीं बल्कि उसने ही सोनू को दिया था। बच्चा उसे डेलापीर स्थित पोस्ट ऑफिस के पास झाडि़यों में लावारिस हालत में मिला था। जिसके बाद उसने बच्चा सोनू को पालन-पोषण के लिए दे दिया था। महिला की बात सुनकर एसएसपी मुनिराज जी ने जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा ि1दया है।

झाडि़यों में मिला था बच्चा

बारादरी के कटरा चांद खां निवासी रजनी दोपहर को एसएसपी ऑफिस अपने बहनोई अशोक कपूर निवासी कोतवाली खत्रियान के साथ पहुंची। रजनी ने एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि बच्चा सोनू को दिनेश दिवाकर ने नहीं बल्कि उसने ही अपने बहनोई अशोक कपूर के माध्यम से दिया था। महिला ने सोनू को निर्दोष बताया। रजनी ने यह भी बताया कि बच्चा उसे डेलापीर स्थित डाकघर के पास तीन वर्ष पहले झाडि़यों में मिला था। बच्चे की हालत ठीक नहीं थी। वह उसे लेकर थाने गई तो थाने में कोई नहीं मिला। जिसके बाद उसने बच्चे को अशोक कपूर के दोस्त सोनू को सौंप दिया। तब से बच्चा सोनू के पास ही था।

आरोपियों की तलाश को बनाई टीम

इल्लीगल तरीके से बच्चा गोद लेकर रखने के मामले में पुलिस अब सोनू और बच्चा बेचने आरोपी हॉस्पिटल कर्मचारी दिनेश दिवाकर को तलाश रही है। इसके लिए किला पुलिस ने एक टीम भी बनाई है। पुलिस ने आरोपियों के घर दबिश दी लेकिन वह हाथ नहीं आए।

28 जुलाई को रेस्क्यू हुआ बच्चा

ज्ञात हो चाइल्ड लाइन, एएचटीयू और किला पुलिस ने सूचना पर खन्नू मोहल्ला में छापा मारकर इल्लीगल तरीके से गोद लिया गया बच्चा बरामद किया था। टीम को जानकारी मिली कि डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के वार्ड ब्वॉय दिनेश दिवाकर ने बच्चा सोनू को 80 हजार रुपए में बेचा था। टीम ने बच्चे को सीडब्ल्यूसी में पेश करने के बाद वार्न बेबी फोल्ड में रखवा दिया है। लेकिन इस दौरान मौका पाकर सोनू सक्सेना उसकी पत्नी और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के वार्ड ब्वॉय दिनेश दिवाकर फरार हो गए।

मजिस्ट्रेट ने मांगी तहरीर की कॉपी

बच्चा चोरी मामले में आदेश देने वाले सीडब्ल्यूसी मजिस्ट्रेट को ही किला इंस्पेक्टर ने वादी बना दिया था। मामले की जानकारी होने पर मजिस्ट्रेट डॉ। डीएन शर्मा ने किला इंस्पेक्टर को इस मामले में संडे को जमकर हड़काया तो किला इंस्पेक्टर ने तहरीर चेंज कर चाइल्ड लाइन के प्रभारी को वादी बना दिया। किला इंस्पेक्टर ने इस मामले में मजिस्ट्रेट को भी तहरीर चेंज करने की जानकारी लेकिन मजिस्ट्रेट ने तहरीर की कॉपी मांगी है।