-हल्द्वानी की महिला ने पति व ससुराल वालों पर बच्चे की पिटाई का वीडियो बनाकर भेजने का लगाया आरोप

-एसएसपी से की मामले की शिकायत, पुलिस की शुरुआती जांच में वीडियो पर खड़े हुए सवाल, पिता से हुई पूछताछ

BAREILLY: जिसकी उम्र खेलने-कूदने की है, उसे रस्सियों में जकड़ा गया है। जिसे प्यार की भाषा बोलना सीखना चाहिए, वहीं गालियां बक रहा है। कुछ इसी तरह का एक वीडियो सामने आया है, जिसे देखकर कोई भी चौंक जाए। यह वीडियो बच्चे के पिता ने ही बनाकर बच्चे की मौसी के व्हाट्सएप पर भेजा है। जब बच्चे की मां ने वीडियो देखा तो उसके होश उड़ गए। मां मंडे को बरेली एसएसपी ऑफिस पहुंची और वीडियो दिखाकर पति व ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एसएसपी ने आंवला पुलिस को मामले में सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है। पुलिस की शुरुआती जांच में वीडियो पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

एक साल पहले घर से निकाला

पीलीकोठी, चंद्रावती कालोनी हल्द्वानी निवासी महिला की शादी वर्ष 2007 में आंवला बरेली के लठेता मोहल्ला निवासी शख्स से हुई थी। महिला का पति मंडी में अकाउंटेंट का काम करते हैं। महिला का आरोप है कि उसे दहेज के लिए प्रताडि़त किया गया। महिला के एक बेटी और एक बेटा है। उसके पति ने उसे 22 अक्टूबर 2016 को घर से मारपीट कर निकाल दिया। पति ने उसके दो साल के बेटे को भी छीन लिया। वह अब मायके में रह रही है और उसका पारिवारिक न्यायालय में केस भी चल रहा है। महिला का आरोप है कि पति सम्मन तामील होने के बावजूद कोर्ट में पेश नहीं हो रहे हैं।

मौसी के व्हाट्सएप पर भेजा वीडियो

महिला का आरोप है कि 20 अगस्त को उसकी बहन के व्हाट्सएप नंबर पर एक वीडियो आया। यह वीडियो उसके ही पति ने भेजा है। इस वीडियो में उसके बेटे के हाथों को रस्सी से बांधकर पीटा जा रहा है। एक महिला उसके बच्चे से सॉरी बोलने के लिए कह रही है। वीडियो में बच्चा गालियां भी दे रहा है। आरोप है कि जब वह बेटे को छोड़कर आयी थी तो वह गालियां नहीं देता था। उसके पति व ससुराल वालों ने ही उसके बेटे को गालियां देना सिखाया होगा। वीडियो में दिख रही महिला कौन है, इस बारे में वह कुछ नहीं जानती है। आरोप है कि उसके बच्चे की जान को खतरा है। यदि मेरे बेटे को नहीं बुलाया गया तो उसे जान से मार देंगे।

11 दिन पहले वीडियो यू ट्यूब पर हुआ अपलोड

महिला का दावा है कि वीडियो में रस्सी से बंधा बच्चा उसका ही है लेकिन दैनिक जागरण आईनेक्स्ट इसकी पुष्टि नहीं करता है, क्योंकि यह वीडियो 17 अगस्त को यू ट्यूब पर अपलोड किया गया है। जिसे 40 से अधिक लोग सब्सक्राइब कर चुके हैं। हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बच्चे की भाषा में अंतर

पुलिस को किसी ने तीन-चार दिन पहले फोन किया था कि बच्चे की पिटाई का वीडियो भेजा गया है। जिसके बाद पुलिस ने महिला के पति को बुलाया था और बच्चे की फोटो भी देखी थी। पति ने वीडियो भेजने से इनकार किया था। इसके अलावा बच्चे की भाषा में भी अंतर मिला है, लेकिन पुलिस के पास कोई शिकायत लेकर नहीं पहुंचा था। अब फिर से मामला सामने आने के बाद पुलिस मामले की गंभीरता से जांच में जुट गई है।

बच्चे को रस्सी से बांधकर मारने का वीडियो सामने आया है। शुरुआती जांच में मामला संदिग्ध लग रहा है। गंभीरता से जांच की जा रही है।

संजय सिंह, एसएचओ आंवला