इंसानों के बच्चों से जानवरों-सा सलूक

-नौकरी के नाम पर मासूमों की तस्करी, यातनाएं देकर दिनरात ले रहे काम

-आरोपी के खिलाफ थाने में दर्ज कराई कई एफआईआर

KAUSHAMBI (11 July, JNN): नौकरी दिलाने के नाम पर मासूमों की खुलेआम तस्करी की जा रही है। चूड़ी कारखाने में उनसे दिन-रात काम कराया जाता है और खाना मांगने पर बिजली के जोरदार झटके दिए जाते हैं। राजस्थान से लौटे पांच बच्चों ने जब इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी तो उनकी आंख से आंसू निकल आए। तीन आरोपियों के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई है।

दस महीने बाद लौटे बच्चे

करारी थाना क्षेत्र के ¨पडरा सहावनपुर गांव के राजा पुत्र सुरेश (क्फ्), मैहर पुत्र शारदा (क्ख्), विनोद कुमार पुत्र रामजियावन (क्ब्) और रामपुर रक्सवारा निवासी श्रीश पुत्र रामबहोरे व राहुल पुत्र राकेश को क्क् माह पहले पिंडरा गांव का एक शातिर पांच हजार रुपए में नौकरी दिलाने के बहाने राजस्थान के एक चूड़ी कारखाने ले गया था। कारखाना मालिक ने बच्चों को काम पर रख लिया और शातिर को मोटी रकम देकर वापस भेज दिया। दस महीने तक बच्चों को कारखाने में रखा गया। इस दौरान उन्हें बिना पैसे दिए दिनरात काम कराया गया। भोजन-पानी मांगने पर तरह-तरह की यातनाएं दी गई। बच्चों ने किसी तरह लौटकर अपनी दर्दभरी दास्तान परिजनों को सुनाई है।

तीन के खिलाफ दी गई तहरीर

मामले में करारी थाने में कौशल्या देवी पत्नी सुरेश कुमार ने पिंडरा सहावनपुर और घना का पुरवा गांव के तीन लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी गई है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। बता दें कि बच्चों की तस्करी का खेल लंबे समय से चल रहा है। राजस्थान के पॉली में कौशांबी के तमाम लड़के बंधुआ मजदूरी करने को मजबूर हैं। पुलिस ने छापा मारकर दो बच्चों को कौशांबी भिजवाया भी था। फिर भी तस्करी का मामला थम नहीं रहा है। आरोप है कि पुलिस शिकायत किए जाने पर आरोपी और शिकायकर्ता के बीच सुलह-समझौता कर मामले को रफादफा कर देती है।