-चार बच्चों में सिर्फ एक बच्चे को सीडब्ल्यूसी के समक्षा किया पेश

-सीडब्ल्यूसी ने कड़ा रूख अपनाते हुए चाइल्ड लाइन की लगाई फटकार

>BAREILLY :

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में ब्रेकिंग न्यूज 'चाइल्ड लाइन ने गायब कर दिए चार बच्चे' पब्लिश होने के बाद चाइल्ड लाइन ने ट्यूजडे को आनन-फानन में एक बच्चा सीडब्ल्यूसी में पेश कर दिया, लेकिन अभी तीन बच्चों का कोई सुबूत पेश नहीं कर पाई। तीन बच्चे अभी कहां है, कैसे हैं और किसके पास हैं इसका कोई जवाब चाइल्ड लाइन के पास नहीं है। पेश किए गए एक बच्चे को लेकर सीडब्ल्यूसी ने निर्देशित किया कि बच्चा सीधे उसके पिता को सुपुर्द करने की बजाय सीडब्ल्यूसी कन्नौज भेजा जाए। साथ ही, चाइल्ड लाइन में आने वाले बच्चों को भी समय से पेश करने और नियम का पालन करने का निर्देश दिया।

तीन बच्चे अभी भी बाकी

केस-1

जंक्शन जीआरपी ने 10 नवम्बर के लिए बच्ची शामिया 13 वर्ष को चाइल्ड लाइन को सौंपा था। पूछताछ में बच्ची ने नाम शामिया, पिता का नाम नईम खां, निवासी मोहल्ला बुध बाजार हल्द्वानी उत्तराखंड बताया। चाइल्ड लाइन ने इस बच्ची को जीआरपी से लेने के बाद उसका न तो मेडिकल कराया और न ही सीडब्ल्यूसी को उसके बारे में कोई सूचना दी.

केस-2

जंक्शन जीआरपी ने एक पांच वर्षीय मासूम को चाइल्ड लाइन को सौंपा था। पूछताछ में वह अपना नाम मोहम्मद ही बता पा रहा था। इसके बाद वह कुछ भी नहीं बता सका। जीआरपी से सौंपे गए मोहम्मद का भी चाइल्ड लाइन के पास कोई रिककॅर्ड नहीं है। और वह यह बात मानने को ही तैयार है कि जीआरपी से बच्चा उन्हें मिला

केस-3

तीन वर्ष का एक मासूम जंक्शन पर कोई लावारिस छोड़ गया था। लावारिस मासूम को किसी ने जीआरपी को सूचना दी। सूचना मिलते ही जीआरपी ने बच्चे को कस्टडी में लेने के बाद उसे चाइल्ड लाइन के सौंप दिया। चाइल्ड लाइन ने इस मासूम का क्या किया, किसे सौंपा उसका भी कोई रिकॉर्ड चाइल्ड लाइन के पास नहीं है। और न वह गुम हुए मासूम के बारे में कुछ बताने की स्थिति में हैं।

अमन को भेजा सीडब्ल्यूसी कन्नौज

जंक्शन जीआरपी से 18 नवम्बर को चाइल्ड लाइन को सौंपे गए दस वर्षीय अमन को लेने उसके परिजन ट्यूजडे शहर पहुंच गए। कन्नौज निवासी अमन के पिता जुम्मन उर्फ नसीम ने बताया कि वह अमन को लेकर रामपुर मदरसा में दाखिला कराने के लिए 17 नवम्बर रात गए थे। वहां स्टेशन से अमन सुबह तीन बजे अचानक गायब हो गया। जिसके बाद उनके पास आया तो वह उसे लेने के लिए बरेली पहुंचे और आईडी दिखाने के बाद बच्चे को अपने साथ ले गए थे, लेकिन अचानक चाइल्ड लाइन ने उन्हें बताया कि अमन को शहर लाकर कोर्ट में अर्जेन्ट पेश करना है, जिससे वह मंडे शाम अमन को लेकर चाइल्ड लाइन के पास पहुंचे और अब पता चला कि अमन उन्हें अब यहां से नहीं कन्नौज सीडब्ल्यूसी से मिलेगा।