स्लग: लातेहार के बूढ़ा पहाड़ में अब भी चार बच्चे हैं उग्रवादियों के कब्जे में, सरकार से छुड़ाने की गुहार

-बिना खाना खिलाए दिन-रात करवा रहे संतरी की ड्यूटी

 

दर्जन भर बच्चों को उठया था
गांव से बच्चों को उठाये जाने की घटना कुछ माह पहले की है, जब गांव में आ धमके सैकड़ों नक्सलियों द्वारा लगभग दर्जन भर बच्चों को उठा कर ले जाया गया था। परिजन रोते-बिलखते हुए छोड़ने की गुहार लगाते रहे पर नक्सलियों पर उनके रोने का कुछ असर नहीं हुआ था और वो सारे बच्चों को लेकर चले गए थे।

छूट कर आए बच्चों की जुबानी
नक्सलियों द्वारा गांव से बच्चों को उठा कर ले जाया गया है, इसकी सूचना मीडिया के माध्यम से ही सामने आई थी। तब मामला काफी तूल पकड़ा था, कुछ ग्रामीण दवाब और कुछ पुलिसिया दबिश के कारण जहां नक्सलियों ने कुछ बच्चों को छोड़ा था तो कुछ खुद भाग आये थे। लेकिन चार बच्चे आज भी उनके चंगुल में कैद हैं। छूट कर आये उनके साथी बताते हैं कि जब याद आता है उस दिन का मंजर तो रूह तक सिहर जाती है। मारते-पीटते ले गए थे नक्सली, साथ ही कहा की बहुत कष्ट में रखते हैं नक्सली, बच्चों से राशन, खाना और सामान ढुलवाया जाता है। उधर समय पर खाना से भी महरूम रखा जाता है। अगर पहाड़ से नीचे उतरकर खाना लाना, पूरे दिन और रात संतरी डयूटी पर लगा दिया जाता है।

खौफजदा हैं साथी, दहशत में परिवार
 कुछ बच्चों के छूट कर आने से जहां एक तरफ उनके परिवार वालों ने राहत की सांस ली है। वहीं दूसरी ओर उन बच्चों के परिवार वाले अभी भी दहशत में हैं, जिनके बच्चे अभी भी नक्सलियों के चंगुल में फंसे हुए हैं। वो कहते हैं कि बराबर डर बना रहता है कि कहीं कोई अनहोनी ना कर दें नक्सली।

बच्चों को महफूज जगह पर लाया गया
कुछ बच्चे और सभी गांव वालों को पहाड़ से उतारकर महफूज जगह पर लाया गया है। उसी तरह नक्सलियों के चंगुल में फंसे उन चार बच्चों को भी बहुत जल्द सकुशल मुक्त करा लिया जाएगा।
-मो। अर्शी, एसपी, लातेहार