सिविल लाइंस में छात्राओं से छेड़खानी के बाद छीना मोबाइल

ALLAHABAD: सिविल लाइंस एरिया में सोमवार को कोचिंग से घर लौट रही स्कूटी सवार दो छात्राओं से छेड़खानी कर शोहदों ने मोबाइल छीन लिया। सड़क पर छात्राओं के साथ हो रही घटना को लेकर लोगों ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने मौके से दो युवकों को पकड़ा और केस दर्ज कर जेल भेज दिया।

हुक्का पार्लर में हुआ विवाद

राजापुर कैंट निवासी एक शख्स एजी ऑफिस में कर्मचारी हैं। उनकी बेटी निकट के स्कूल में 12वीं की छात्रा है। सोमवार शाम वह अल्लापुर में रहने वाली अपनी कजिन सिस्टर के साथ सिविल लाइंस स्थित एक हुक्का पार्लर गई थी। वहां उनके दोस्त अमन, कुनाल और विशाल भी मौजूद थे। आरोप है कि वहां शाहगंज का अरमान और बेली गांव का नासिर दो साथियों के साथ आए। अचानक किसी बात पर हुक्का पार्लर में कुछ लोगों में विवाद हो गया। झगड़ा बढ़ते देख छात्राएं वहां से निकल गई।

रास्ते में की गई छेड़खानी

रास्ते में अरमान और उसके साथियों ने इनसे छेड़खानी की और विरोध पर पिटाई कर कपड़े फाड़ दिए। बीच सड़क लड़कियों की पिटाई होते देख राहगीरों ने पुलिस को फोन कर दिया। सूचना पर पहुंची सिविल लाइंस पुलिस ने घेरकर दो युवकों को दबोच लिया। प्रभारी थानाध्यक्ष बृजेश यादव का कहना है कि झगड़ा हुक्का पार्लर में ही शुरू हुआ था। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की गई है। आरोपित भी नैनी स्थित शुआट्स में पढ़ते हैं।

बाक्स में

पहले भी हुआ हुक्का पार्लर में विवाद

हाल ही में सिविल लाइंस क्षेत्र में बैंक ऑफ बड़ौदा के पीछे एक हुक्का पार्लर में मारपीट और तोड़फोड़ की घटना हुई थी। जब तक पुलिस पहुंचती मारपीट करने वाले भाग चुके थे। पुलिस ने मौके से कई बाइक बरामद की थी।

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छेड़खानी पर छात्र का सिर फोड़ा

स्कूल से घर लौट रही छात्रा से छेड़खानी के विरोध पर साथी छात्र का सिर फोड़ दिया गया। विरोध पर छात्रा और उसके सहपाठी को जान से मारने की धमकी भी दी गई। पीडि़त ने धूमनगंज थाने में शिकायत की है। सुलेम सराय निवासी एक किशोर मोहल्ले में स्थित निजी स्कूल में पढ़ता है। वहीं मोहल्ले की लड़की भी पढ़ती है। आरोप है कि सोमवार दोपहर दोनों स्कूल से लौट रहे थे। तभी बाइक सवार युवकों ने छात्रा पर अश्लील कमेंट किया। विरोध पर छात्र की पिटाई की। इससे उसके सिर में चोट लग गई।

एंटी रोमियो दल का नहीं पता

प्रदेश सरकार की ओर से एंटी रोमियो दल के गठन के बाद लोगों को लगा कि अब छेड़खानी की घटनाओं पर लगाम लगेगी। लेकिन हकीकत कुछ और ही है। यह दल कहां रहता है और क्या करता है। किसी को कुछ पता नहीं। अक्सर छेड़खानी की सूचना पर थाने की पुलिस या फिर डायल 100 की गाड़ी पहुंचती है।