चीन के शांक्सी प्रांत के फ्यूपिंग इलाके की डॉक्टर ज़ेंग शुक्सिया को अदालत ने सात नवजात बच्चों को चुराकर बच्चों की तस्करी करने वालों को बेचने का दोषी पाया है.

इन बच्चों के माता-पिता को शुक्सिया बताती थीं कि उनके बच्चे गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं. ऐसे में माता-पिता बच्चों को शुक्सिया के पास ही छोड़ देते थे.

ज़ेंग को मौत की सज़ा सुनाई गई है, जिसे दो साल तक अमल में नहीं लाया जाएगा.

चीन में निलंबित मौत की सज़ा को अमूमन उम्र कैद में तब्दील कर दिया जाता है.

"ज़ेंग ने अपने पद का इस्तेमाल करते हुए नवजात शिशुओं के जन्म की रिपोर्ट में जालसाजी की. उन्होंने बच्चों को बेहद गंभीर और असाध्य बीमारी से पीड़ित बताया."

-चीनी अदालत का फ़ैसला

ज़ेंग ने नवंबर, 2011 से जुलाई, 2013 के बीच सात नवजात बच्चों को तस्करों के हाथों बेचा था, जिसमें एक जुड़वां बच्चों का जोड़ा भी शामिल था, वेनान इंटरमीडिएट पीपल्स कोर्ट के माइक्रोब्लॉग पर डाले गए फ़ैसले में ये बात कही गई है.

'रिपोर्ट में जालसाजी'

इनमें से पुलिस ने छह बच्चों को बरामद कर लिया है, जबकि एक बच्ची की मौत हो चुकी थी.

ज़ेंग शांक्सी के फ्यूपिंग मैटरनल एंड चाइल्ड हेल्थकेयर अस्पताल में काम कर रही थीं.

अदालत ने अपने फ़ैसले में कहा, "ज़ेंग ने अपने पद का इस्तेमाल करते हुए नवजात शिशुओं के जन्म की रिपोर्ट में जालसाजी की. उन्होंने बच्चों को बेहद गंभीर और असाध्य बीमारी से पीड़ित बताया."

फ़ैसले में यह भी कहा गया है कि ज़ेंग ने अपने व्यवसायिक और सामाजिक उसूलों के ख़िलाफ़ काम किया है.

अदालत के फ़ैसले के ख़िलाफ़ ज़ेंग अपील करेंगी या नहीं, ये अभी तय नहीं है. दूसरे आरोपियों सहित उन्हें जुलाई में गिरफ़्तार किया गया था.

ज़ेंग के ख़िलाफ़ नवजात बच्चों के माता-पिता ने शिकायत दर्ज की थीं. पुलिस ने बच्चों को बरामद करके माता-पिता को अगस्त में सौंप दिया था.

चीन में सख्त जनसंख्या नीति के चलते दंपतियों को केवल एक बच्चा पैदा करने की इजाज़त थी, हालांकि इसी महीने चीन ने इस कानून में नरमी दिखाते हुए एक बच्चे वाले दंपतियों को दूसरे बच्चे के लिए इजाज़त दे दी है.

 

International News inextlive from World News Desk