RANCHI : फर्जी डीआईजी बनकर चुटिया थाना के दारोगा सोनाराम मुर्मू को हड़काने व उसपर हाथ उठाने की कोशिश करने का मामला सामने आया है। ऐसे में गुस्साए पुलिसकर्मियों ने फर्जी डीआईजी अनल कुमार मिश्रा को रविवार की रात हवालात में बंद कर दिया। सोमवार की सुबह फर्जी डीआईजी द्वारा माफी मांगने व भविष्य में ऐसी गलती कभी नहीं करने की बात कहने के बाद थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह ने उसे छोड़ दिया।

ह है मामला

जानकारी के मुताबिक, अनल कुमार मिश्रा अपने परिवार के साथ रविवार को दिल्ली से रांची आया। यहां वह स्टेशन रोड स्थित एक होटल में रुका हुआ था। रविवार की देर रात जब वह होटल आया तो एंट्री बंद हो चुकी थी। उसने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन लगाया पर बात नहीं हो सकी। इसके बाद उसने चुटिया थाने में कॉल किया। इसके बाद चुटिया से पुलिसकर्मी जब होटल के पास पहुंचे तो अनल नशे में धुत था। पुलिसकर्मी उसे थाना ले आए। अनल थाने में ही हंगामा करने लगा। इस दौरान अनल ने अपने को डीआईजी बताकर ड्यूटी पर मौजूद दारोगा सोनाराम मुर्मू को बर्बाद करने की धमकी दे डाली। इस बीच कुछ और पुलिसकर्मी जब थाने में पहुंचे तो फर्जी डीआईजी और बिफर पड़ा। ऐसे में पुलिसकर्मियों ने अनल से कहा कि अगर वह डीआईजी है तो आई कार्ड दिखाए। ऐसे में वह हक्का-बक्का रह गया। पुलिसकर्मियों ने फर्जी डीआईजी को थप्पड़ जड़ा और हवालात में बंद कर दिया।

होटल में कमरे की चेकिंग

सोमवार को चुटिया के थानेदार विजय कुमार ने फर्जी डीआईजी अनल कुमार मिश्रा को अपने चेंबर में बुलाकर कहा कि रात में नौटंकी कर रहे थे। इसपर फर्जी डीआईजी माफी मांगने लगा। उसने कहा कि रात क्क् बजे बाद होटल में एंट्री बंद कर दी गई थी। इसलिए पुलिस कंट्रोल रूम में फोन लगाया, ताकि पुलिस उसे होटल में एंट्री करा दे। इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उससे पूछा कि रात में नशे में क्या कर रहे थे, तो उसने कुछ भी पता नहीं होने की बात कही। इसके बाद पेट्रोलिंग पार्टी फर्जी डीआईजी को उस होटल में ले गई, जहां वह ठहरा था। वहां पुलिस ने उसके सामानों की चेकिंग की। इसके बाद आई कार्ड देखा और फिर पीआर बांड पर छोड़ दिया।