- सिने पोलिस पर उसके स्टाफ ने लगाया शोषण का आरोप

- श्रम अधीक्षक के पास जाकर 20 से अधिक इंप्लाई ने की कंप्लेन

- न पैसा देते न टाइम का रखते ख्याल सिर्फ प्रेशर डालकर करवाते हैं काम

- ओवर टाइम करवाते हैं लेकिन पैसा 9 घंटे का भी नहीं मिल पाता

PATNA : सिनेपॉलिस में काम कर रहे स्टाफ को काफी टार्चर सहना पड़ रहा है। उन्हें ड्यूटी आवर से अधिक काम करना पड़ता है और ओवर टाइम का पैसा भी नहीं मिलता है। यही नहीं अगर कोई इसका विरोध करता है तो उसे फिल्मी स्टाइल में रिजाइन देने के लिए कह दिया जाता है। दरअसल पूरा मामला सिने पोलिस की बेतरतीब रवैया से शुरू हुआ था। सिने पोलिस के मैनेजर को इसकी सूचना मिली कि श्रम अधीक्षक के पास कुछ लड़के कंप्लेन करने गए हैं। इसके बाद वो और भी उग्र हो गए। लड़कों से कई तरह के काम लेने शुरू कर दिए जिनके लिए उनकी ज्वाइनिंग तक नहीं हुई थी। सिने पोलिस मैनेजमेंट अपने इन स्टाफ से इन दिनों ऑडिटोरियम की सीट की सफाई, बेस, वाशरूम, वाटर कूलर, मशीन ट्राई और बर्तन की सफाई करवाता है। फिलहाल सिने पोलिस मैनेजमेंट के रवैये से खफा उनके इंप्लाई श्रम अधीक्षक से मदद की गुहार लगाने के लिए एक लेटर दिए है। साथ ही उसमें बताया कि किस तरह उनका मेंटल और फिजिकल ह्रासमेंट किया जा रहा है।

ओवर टाइम करता हूं, मिलती रिजाइन की धमकी

लेटर के साथ आए सिने पोलिस में काम कर रहे रजनीश, सुधांशु, मोनू, सुमित कुमार, सुनील, सर्वेश, अविनाश, पप्पू, पंकज ने बताया कि उन लोगों से ओवर टाइम काम करवाया जाता है लेकिन ओवर टाइम का पैसा नहीं मिलता है। जब कोई इसका विरोध करता है तो उसे रिजाइन देने की धमकी दी जाती है। यही नहीं तीन साल बीत जाने के बाद भी सैलरी इंक्रीमेंट तक नहीं हो पाया है। क्ख्-क्ब् घंटे काम करने के बाद भी हम लोगों की जॉब की सिक्योरिटी देने के बदले उलटे प्रेशर दिया जा रहा है। पंचम, अमित, अमन, प्रीत सागर, अभिषेक राज, राजेश, अजित, चंदन ने बताया कि तीन सालों से लगातार आने का दो टाइम है लेकिन जाने का कोई वक्त नहीं होता है। दो शिफ्ट में एक साढ़े आठ बजे ओर दूसरा साढ़े चार बजे का फिक्स है। लेकिन नौ घंटे की ड्यूटी आवर में नौ के बदले क्ख्-क्ब् घंटे काम लिया जाता है।