विशाल के शहीद होने से सदमे में बनारस

-मनहूस खबर मिलते ही परिवार में मचा कोहराम

-हर शख्स की आंखों से बह रही आंसुओं की धारा

VARANASI

कश्मीर के बडगाम में वायु सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर हादसे में बनारस के बहादुर व जाबांज सार्जेट विशाल पांडेय (34) भी शहीद हो गए। दिल को झकझोर देने वाली यह मनहूस खबर देर शाम परिवार वालों को मिली। परिजनों में कोहराम मच गया। पूरा परिवार सदमे में है। क्षेत्र ही नहीं, पूरे बनारस में शोक की लहर है। इसके बावजूद जाबांज विशाल के पिता ने कहा कि हमें अपने बेटे पर गर्व है। सरकार पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे, लेकिन उससे पहले कश्मीर में मौजूद पत्थरबाजों को खत्म करने की जरूरत है।

श्रीनगर में दो माह पूर्व हुई थी तैनाती

विशाल पांडेय एयरफोर्स में सार्जेट पद पर तैनात थे। दो महीने पूर्व इनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हुई थी। इसके पहले वह राजस्थान के सूरतगढ़, गुजरात, बड़ौदा, चंडीगढ़, उधमपुर और बैंगलुरू में तैनात रहे। विशाल की भर्ती वायु सेना में साल 2005 में हुई थी, वह 14 सालों से देश की सेवा में तत्पर थे। विशाल का परिवार वाराणसी के चौकाघाट स्थित यादव बस्ती में रहता है।

बहू से मिली खबर

कश्मीर के बडगाम जिले के गरेंद कलां गांव में बुधवार सुबह 10.38 बजे वायुसेना का हेलीकॉप्टर तकनीकी खामी के कारण गिर पड़ा था, जिसमें वाराणसी के विशाल पांडेय भी सवार थे। पिता विजय शंकर पांडेय ने बताया कि बहू माधवी बुधवार शाम विशाल को फोन कर रही थी, पर उसका मोबाइल लगातार स्विच ऑफ बता रहा था। बहू ने हेडक्वार्टर में पता किया तो सूचना मिली कि विशाल ने एमआई-17 हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवा दी। यह खबर सुनते ही बहू बेहोश हो गई। होश में आने के बाद इसकी जानकारी परिजनों को मिली तो कोहराम मच गया।

नहीं रुक रही आंसुओं की धारा

माधवी बार-बार अपने पति को याद कर दहाड़े मार रही है। विशाल के छोटे भाई आकाश पांडेय, छोटी बहनें वनिता और वैष्णवी का रो-रो कर बुरा हाल है। विशाल की मां विमला को उनके बड़े भाई विकास पांडेय संभालने में लगे रहे। परिजनों की स्थिति देखकर पिता विजय बार-बार अपने आंसू पोछ रहे थे। विशाल के दोनों बच्चे पुत्र विशेष (7) और पुत्री धरा (5) मम्मी, दादा-दादी को रोते देख मौन खड़े थे। विशाल की मौत से अंजान दोनों बच्चे बार-बार बड़े पापा से तमाम सवाल कर रहे थे।