-शहर से वाहनों की भीड़ हटाने में मिलेगी मदद

-सस्ता किराया देकर पब्लिक कर सकेगी आवागमन

GORAKHPUR:

शहर में सिटी बस चलाने की योजना फाइलों में घूम रही है। पिछले साल शहर में सिटी बसें चलाने की योजना को लेकर अधिकारियों ने तेजी दिखाई थी। लेकिन धीरे-धीरे फाइलें ठंडे बस्ते की ओर बढ़ने लगी हैं। सिटी बसें चलाने के लिए जिला प्रशासन और आरटीओ को रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सिटी बसें चलने से शहर में जाम से निजात मिल सकेगा। साथ ही प्राइवेट व्हीकल का लोड भी कम हो जाएगा। एसपी ट्रैफिक ने कहा कि सिटी बसों का आवागमन शुरू होने पर टेंपो सहित अन्य वाहनों की भीड़ कम हो जाएगी।

1998 में बंद हो गई सिटी बस सेवा

शहर और आसपास के इलाकों को जोड़ने के लिए पूर्व में सिटी बस की सेवा मुहैया कराई जाती थी। कचहरी से दूरी के हिसाब से किराया तय होने पर पैंसेजर्स को काफी सहूलियत मिलती थी। अन्य सवारियों की अपेक्षा इसका किराया काफी कम होता था। सिटी बस की सेवा का ज्यादा लाभ स्टूडेंट्स और नौकरी पेशा लोगों को मिल रहा था। समुचित देखभाल के अभाव में यह सेवा धीरे- धीरे बंद हो गई। अधिक भाड़ा वसूलने के चक्कर में बस मालिकों ने मुंह मोड़ लिया। इस वजह से वर्ष 1998 में बस सेवा बंद हो गई।

फिर से बनी योजना

शहर में ट्रैफिक की प्रॉब्लम सामने आने पर हर बार सिटी बस सेवा चलाने की मांग की जाती है। पिछले पांच साल से बस संचलन को मंथन चल रहा है। लेकिन अभी तक यह योजना परवान नहीं चढ़ रही है। छोटी और लो फ्लोर बसों के संचलन को एक बार योजना गढ़ी जा रही है। वर्ष 2017 में प्रशासन, आरटीओ, जीडीए, नगर निगम सहित अन्य विभागों के अधिकारियों की बैठक में बस सेवा शुरू करने की पहल की गई थी। बस चलाने का रूट चिन्हित करने के लिए परिवहन निगम के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई। तकरीबन आठ माह बाद कोई नतीजा सामने नहीं आ सका है।

टेंपो पर पड़ेगा असर, जाम से निजात

सिटी बस सेवा शुरू होने से टेंपो के संचलन पर असर पड़ेगा। शहर में रोजाना करीब चार हजार टेंपो सवारियां ढोने के लिए चलते हैं। करीब एक हजार बैट्री रिक्शा और अन्य वाहन भी 50 किलोमीटर के दायरे में सवारियां ढोते रहते हैं। सिटी बसें चलने से सबसे ज्यादा असर टेंपो संचलन पर पड़ेगा। हर रूट पर बसें चलने से सवारियों के लिए जगह-जगह स्टापेज निर्धारित कर दिया जाएगा। इससे टेंपो वालों की कमाई प्रभावित होगी। लेकिन इसका बड़ा फायदा मिलेगा कि टेंपो की संख्या कम हो जाएगी। सड़क पर दौड़ रहे वाहनों की संख्या कम करने में मदद मिलेगी।

इस रूट पर बस चलाने की योजना

-कचहरी से भटहट

-कचहरी से मोहरीपुर

-कचहरी से जगदीशपुर

-कचहरी से सहजनवां

-कचहरी से चौरीचौरा

वर्जन

कई शहरों में सिटी बस की सेवाएं उपलब्ध हैं। सिटी बस चलने से वाहनों की भीड़ कम हो सकेगी। शहर में चल रहे अनाधिकृत वाहनों को बाहर खदेड़ने में कोई प्रॉब्लम नहीं होगी। सस्ता किराया देकर पैसेंजर्स शहर में आवागमन कर सकेंगे। सुविधा बढ़ने के साथ ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार होगा।

आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी ट्रैफिक