-नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने किया स्वच्छता सर्वेक्षण रैली का शुभारंभ

BAREILLY :

शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण रैली का नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने संडे को सुबह 10:30 बजे कोहाड़ापीर पेट्रोल पम्प से गुब्बारे उड़ाकर शुभारंभ किया। रैली का समापन गांधी उद्यान पर हुआ। जिसके बाद जल तरंग स्थल पर नगर विकास मंत्री ने रैली में शामिल हुए लोगों, मेयर, अफसरों और स्टूडेंट्स को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने कई बड़ी-बड़ी दावों वाली बातें कहीं, लेकिन उन सभी बड़े दावों की हकीकत क्या है आइए उससे प्वाइंट-टू-प्वाइंट रूबरू कराते हैं

दावा:1- रैली में शामिल भीड़ को देखकर बोले स्वच्छता के लिए महौल बनाने को काफी है.

हकीकत-रैली में शामिल पब्लिक, अफसर, स्टूडेंट्स और महिलाओं को रिफ्रेशमेंट और पानी की बोतल दी गई। रैपर और कूड़ा डालने के लिए रैली स्थल पर डस्टबिन भी लगाए गए थे लेकिन पब्लिक ने किस तरह रैली स्थल पर कूड़ा इधर-उधर फेंका इसका अंदाजा फोटो देखकर ही आप भी लगा सकते हैं कि पब्लिक ने स्वच्छता रैली में कितना अच्छा महाैल बनाया

दावा:2-गांधी जी ने कहा था कि स्वच्छता आजादी से अधिक महत्वपूर्ण है।

हकीकत:-गांधी उद्यान पर रैली का समापन हुआ। इसके बाद गांधी उद्यान मेन गेट से जल तरंग स्थल तक नगर विकास मंत्री के साथ माननीय और अफसर पैदल पहुंचे। इस दौरान गांधी जी प्रतिमा रास्ते में लगी थी जिस पर अन्य लोग ऊपर चढ़कर बैठे रैली का आनंद ले रहे थे इस दौरान किसी माननीय या फिर अफसर को गांधी जी याद तक नहीं आइर्

दावा:3-हमारे यहां लोगों को अधिकारों का ध्यान रहता है लेकिन क‌र्त्तव्य बोध नहीं है।

हकीकत:-नगर निगम पब्लिक से टैक्स तो वसूलता है। लेकिन हकीकत में बात सुविधाओं की छोडि़ए सड़कें तक अतिक्रमण मुक्त नहीं करा पाया। सुबह जहां अतिक्रमण हटा था रैली के बाद वहां भी अतिक्रमण सज गया गया। जब नगर निगम के अफसरों को खुद ही क‌र्त्तव्य बोध नहीं है तो आम पब्लिक को क्या कराया जाए

दावा:4-यूपी में जनता ने हमारी सरकार सिर्फ इसीलिए बनाई कि व्यवस्थाओं में बदलाव हो

हकीकत:-जनता ने सरकार तो बना दी है लेकिन जब सरकार का कोई प्रतिनिधि मौके पर जाता है तो व्यवस्थाएं दुरुस्त हो जाती है। उसके बाद स्थिति फिर जस की तस हो जाती है। पिछली 24 फरवरी को नगर विकास मंत्री बरेली आए थे तब सुभाषनगर एरिया का निरीक्षण किया लेकिन एक-दो दिन ही में फिर वहीं हाल हो गया।