-नगर निगम के पास फागिंग की 70 मशीनें और 4 बड़ी मशीनें

-38 छोटी व 2 बड़ी मशीनें हो चुकी हैं खराब

-निगम में फागिंग नहीं होने की आ रही शिकायतें

GORAKHPUR: नगर निगम की खराब फागिंग मशीनों के कारण शहर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। हाल ये है कि शहर में फागिंग के नाम पर केवल दिखावा किया जा रहा है। मौजूदा समय में नगर निगम के पास साइकिल वाली 70 छोटी और 4 बड़ी मैजिक फागिंग मशीनें हैं। इनमें से भी 38 छोटी और 2 बड़ी फागिंग मशीनें खराब पड़ी हैं। जिससे शहर की 17 लाख आबादी के हिसाब से 55 हजार आबादी पर 1 छोटी मशीन और 8.5 लाख पर एक बड़ी मशीन है। जाहिर है इतनी बड़ी आबादी तक फागिंग मशीनों के पहुंचने की संभावना बेहद कम है। ऐसे में मच्छरों के बढ़ते प्रकोप पर लगाम लगाने की संभावना बेहद कम है।

सालों से खराब पड़ी हैं मशीनें

नगर निगम की खराब मशीनों को जिला अस्पताल के संक्रामक रोग विभाग के पीछे एक छप्पर में फेंक दिया गया है। साइकिल में बंधी मशीनों को कमरे में बंद कर दिया गया है। कई मशीनें ऐसी हैं जो सालों से खराब पड़ी हुई हैं और उन्हें बनवाने तक की कोशिश नहीं की गई। चार में से दो मैजिक फागिंग मशीनों का भी यही हाल है। उनकी मरम्मत नहीं कराई जा रही है जिससे मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों के मरीज बढ़ते जा रहे हैं।

लगती है कर्मचारियों की ड्यूटी

वार्डो में फागिंग के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी शाम को लगाई जाती है। 70 वार्डो को दो हिस्सों में बांटा गया है और एक वार्ड में फागिंग के बाद कर्मचारियों को दूसरे वार्ड में तैनात कर दिया जाता है। फागिंग की छोटी मशीनों की क्षमता आधे घंटे तक ही है। ऐसे में कर्मचारियों की ड्यूटी जिस वार्ड में लगाई जाती है आधे घंटे में उसके एक हिस्से में भी फागिंग नहीं हो पाती है। जिन हिस्सों में फागिंग नहीं होती उनकी बारी लंबे समय के बाद आती है। इसी वजह से लोग नाराजगी व्यक्त करते हैं। फागिंग मशीनों के लिए 70 कर्मचारियों की तैनाती की गई है। लेकिन पर्याप्त मशीनों के नहीं होने के कारण सभी कर्मचारियों की तैनाती नहीं हो पाती है।

8.5 लाख पर एक बड़ी मशीन

नगर निगम के पास फागिंग के लिए चार बड़ी मशीनें हैं जिनमें से केवल 2 ही काम कर रही हैं। यानि 17 लाख की आबादी के अनुसार 8.5 लाख लोगों पर एक मशीन काम कर रहा है। अगर सभी चारों मशीनें सही भी होती तो चार लाख से अधिक की आबादी पर एक ही मशीन की सुविधा होती। जाहिर है एक मशीन से चार लाख लोगों के लिए एक मशीन से फागिंग हो पाना बेहद मुश्किल है। जो दो सही बड़ी मशीनें हैं सूत्रों के अनुसार इन दोनों मशीनों को भी कभी-कभार ही वार्डो में भेजा जाता है।

वर्जन-

फागिंग मशीनों के खराबी की सूचना दी जा चुकी है। मरम्मत की प्रक्रिया चल रही है। मशीनों के ठीक होने के बाद उन्हें फागिंग के लिये यूज किया जाएगा।

डॉ। अतुल कुमार, मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी