-इको ग्रीन की कार्यप्रणाली न सुधारी तो दूसरे विकल्पों पर विचार करेगा निगम

-नगर निगम मे लागू होगा ई-ऑफिस और ई फाइलिंग सिस्टम

- नगर निगम के त्रिलोकीनाथ हाल में संपन्न हुई बैठक

LUCKNOW: नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का मुद्दा छाया रहा। सदस्यों ने इको ग्रीन द्वारा डोर टू डोर कलेक्शन रोजाना न किए जाने की शिकायत की। साथ ही कूड़ा निस्तारण करने की प्रक्रिया में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। इस पर मेयर ने इको ग्रीन कंपनी को सितंबर तक कार्यशैली में सुधार का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यदि इसके बाद भी कंपनी अपने दायित्वों का निर्वहन करने में अक्षम रहती है तो दूसरे विकल्पों पर विचार किया जाएगा।

हर दो माह में हो सदन

बैठक शुरू होते ही विपक्षी पार्षद व कार्यकारिणी सदस्य गिरीश मिश्रा ने मेयर संयुक्ता भाटिया, नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी से मांग रखी कि हर दो माह में एक बार सदन की बैठक अवश्य की जाए। जिस पर मेयर ने तुरंत सर्वसम्मति से अगस्त 11 को सामान्य सदन बुलाने की संस्तुति दे दी। नगर आयुक्त ने बताया कि कार्यकारिणी बैठक में नगर निगम को डिजिटलाइजेशन के लिए ई-फाइलिंग और ई-ऑफिस मेंटेनेंस लागू करने का निर्णय लिया गया है।

पहली बार रखी गयी ऑडिट रिपोर्ट

मेयर और नगर आयुक्त की मौजूदगी में दशकों बाद नगर निगम के बजट की 2015-16 की ऑडिट रिपोर्ट कार्यकारिणी बैठक से पूर्व ही सदस्यों को उपलब्ध करा दी गई। गौरतलब है कि इसके पूर्व की बैठकों में सदस्यों की मांग पर भी कभी ऑडिट रिपोर्ट पेश नहीं की गई थी। नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी ने मेयर और कार्यकारिणी सदस्यों को अवगत कराया कि 2016-17 की ऑडिट रिपोर्ट 15 अगस्त तक और 2017-18 की ऑडिट रिपोर्ट 31 अगस्त मेयर और सदस्यों को उपलब्ध कराई जाएगी।

जोन 5 के अभियंता को नोटिस, स्पष्टीकरण तलब

कानपुर रोड स्थित नाले पर टैंडर के बाद भी सफाई न होने पर मेयर ने जोन 5 के अभियंता अमरनाथ को बुलाकर मामले की जानकारी मांगी तो वह पन्ने ही पलटते रह गए और कोई जवाब न दे सके। इस महापौर ने जोन 5 के अभियंता अमरनाथ को 2 दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए।

एक माह में निपटेगी विकास की फाइलें

नगर आयुक्त ने बताया कि संज्ञान में आया था कि ठेकेदार नगर निगम की फाइलों को पास कराने के लिए इधर-उधर टहलते थे। उस व्यवस्था के बदलाव के लिए अब कोई भी फाइल पार्षद द्वारा जिस दिन एक्सईएन को दी जाएगी उसके 10 दिन के अंदर वह फाइल सभी काम पूरा करने के बाद नगर आयुक्त की टेबल पर होगी। नगर आयुक्त को तीन दिन के अंदर उस फाइल पर निर्णय लेना होगा। इसके बाद वह कार्य टेंडर के लिए चला जाएगा, जिस समय टेंडर खुलेगा उस समय टेंडर कमेटी के लोग वहां मौजूद रहेंगे और उसी समय साइन करेंगे। ऐसे में फाइल पास होने के बाद भी इधर से उधर नहीं टहलेगी और टेंडर खुलने के अगले दिन से ही काम शुरू होगा।

बैठक में पास हुए अन्य प्रस्ताव

-हर जोन में 150-200 मैनहोल कवर अतिरिक्त रखे जाएंगे और कहीं भी मैनहोल ढक्कन टूटता है तो उसी दिन बदला जाएगा।

-मेट्रो पिलर पर लगे साइन बोर्डो से नगर निगम प्रचार शुल्क वसूल करेगा, जिससे नगर निगम की आय बढ़ाई जाएगी।

-प्रचार विभाग में दो वित्तीय वर्षो का टेंडर एक साथ कराया जाएगा और प्रीमियम 25 फीसद अधिक वसूला जाएगा।

-जलभराव को देखते हुए बारिश के मौसम में रोड कटिंग की मंजूरी नहीं दी जाएगी

कई मार्गो का नामकरण

-अवध चौराहा से लेकर आलमबाग चौराहे तक सड़क का नाम संत कंवरराम मार्ग

-आलमबाग चौराहे का नामकरण अमर शहीद संत कंवरराम चौराहा का प्रस्ताव पास किया गया।

-अवध चौराहे से लेकर एयरपोर्ट तक मुख्य मार्ग का नाम डॉ। हेमवती नंदन बहुगुणा मार्ग।

-मैथिलीशरण गुप्त वार्ड में भवन संख्या 428 के सामने शालीमार मार्ग स्थित चौराहे के नाम श्री झूलेलाल चौराहा।

-इंदिरा नगर वार्ड स्थित भवन संख्या 2670 के सामने स्थित पार्क का नाम भागीरथी पार्क

-इंदिरा नगर भवन संख्या 3059 के सामने स्थित पार्क भगवान श्री परशुराम पार्क

-नजरबाग में देश की आजादी में प्रमुख योगदान देने वाले स्व। अब्दुर्रहमान खंदारी के नाम पर सड़क का नामकरण।

-दीनदयाल उपाध्याय स्मृति वाटिका से जेल रोड चौराहा तक जाने वाले मार्ग का नाम दीनदयाल मार्ग।

-मैथिलीशरण गुप्त वार्ड में रैन बसेरा का नाम अटल रैन बसेरा।

--विद्यावती द्वितीय वार्ड में शिव आश्रम वाले पार्क का नाम चैतन्य महाप्रभु पार्क।