-चालान के डर से हेलमेट पहनने लगे हैं लोग

-रश ड्राइविंग की संख्या में भी आ रही है कमी

Case 1 : आराघर पर बाइक स्लिप होने से बाइक सवार दो युवक गंभीर रूप से चोटिल हो गए। दोनों युवकों ने मरहम पट्टी के बाद जान बचने का क्रेडिट सिटी पेट्रोल यूनिट को दिया। उनका कहना था कि सिटी पेट्रोल यूनिट के डर से उन्होंने हेलमेट पहनना शुरू किया है। उन्होंने टीम के साथ फोटो भी क्लिक कराई।

Case 2 : डालनवाला एरिया से बच्चा गायब हो गया। सिटी पेट्रोल यूनिट टीम की मेंबर अंजना कुमारी व अनीता गैरोला ने बच्चे की तलाशी शुरू की। कुछ ही देर बाद बच्चे को बरामद कर लिया गया। यह बात अलग थी कि घर में विवाद होने के बाद पिता ही बच्ची को अपने साथ लेकर सिटी में टहल रहे थे।

DEHRADUN : ये तो महज कुछ उदाहरण हैं कि कैसे सिटी पेट्रोल यूनिट मानवता के साथ सिस्टम में सुधार ला रही है। न केवल पटरी से उतर चुका ट्रैफिक दोबारा ठीक हो गया, बल्कि अपराधियों पर भी हौसले पस्त हो रहे हैं, बावजूद कुछ लोगों के आंखों में सिटी पेट्रोल यूनिट खटक रही है। साफ है ये वो लोग हैं, जो नियम कानून में रहना ही नहीं चाहते हैं। वे अपने स्तर से इसका विरोध कर रहे हैं, लेकिन ऐसे लोग भी कम नहीं है, जो सिटी पेट्रोल यूनिट के काम की सराहना कर रहे हैं।

फील्ड में हैं दस टीम

दरअसल, सिटी पेट्रोल यूनिट डीजीपी की पहल है। सिटी पेट्रोल यूनिट की ग्यारह टीम फील्ड में उतारी गई। जिसमें दस टीम बुलेट पर शहर भर का भ्रमण करती हैं, जबकि एक टीम बैकअप के तौर पर बुलेरो में रहती है। टीम को न केवल सिटी के ट्रैफिक को सुधारने का टास्क दिया गया है, बल्कि सडन क्राइम को रोकने की जिम्मेदारी भी सिटी पेट्रोल यूनिट के पास है। टीम ने एक अप्रैल से एक मई तक रिकॉर्ड तोड़ चालान किए हैं, जिसमें रश ड्राइविंग के भ्फ्7, ट्रिपल राइडिंग के ख्98, बिना हेलमेट के म्क्क्0, मोबाइल पर बात करने के क्फ्म्, रेड लाइट क्रॉस करने के भ्म्9 व सीट बेल्ट न लगाने के क्00 चालान शामिल हैं, जिससे महकमे को क्,फ्भ्,ख्00 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है।

टीम से डरते हैं बदमाश

सिटी पेट्रोल यूनिट क्राइम द्वारा शराब तस्कर भी टीम द्वारा रंगेहाथ दबोचे गए हैं। बावजूद सिटी पेट्रोल यूनिट का कुछ लोग विरोध कर रहे हैं। एसपी सिटी प्रदीप राय टीम का मात्र इसलिए विरोध करना ठीक नहीं है, क्योंकि वह सख्ती से नियम कानून का पालन करवा रही है। टीम के डर से टू व्हीलर चालक हेलमेट पहनने लगे हैं, जो टीम के लिए नहीं बल्कि वाहन चालकों की जान के लिए जरूरी है। आए रोज ट्रैफिक ऑफिस में लोग मात्र टीम को बधाई देने आते हैं।

वीडियोग्राफी बयां करती है सच्चाई

विरोधियों का कहना है कि सिटी पेट्रोल यूनिट लोगों से अभद्रता करती है। जबरन लोगों के चालान काटे जाते हैं। एसपी ट्रैफिक प्रदीप राय ने बताया कि फिलहाल ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है, लेकिन यदि आती है तो कार्रवाई की जाएगी। सिटी पेट्रोल यूनिट जो भी कार्रवाई करती है। उसकी वीडियो रिकॉर्डिग की जाती है, जिसको देखकर साफ पता चल जाएगा कि कौन दोषी है। उसी अनुसार आगे की कार्रवाई होगी।

मानवता का रखते हैं ध्यान

एसपी ट्रैफिक प्रदीप राय ने बताया कई बार आदमी जान-बूझकर नियम नहीं तोड़ता है। मसलन एक बाइक पर तीन लोग सवार हो, जिसमें बीच में बैठा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो या बीमार है, तो ऐसी स्थिति में टीम कार्रवाई नहीं करेगी। नो पार्किग में कई बार लोग गलती से गाड़ी खड़ी कर देती हैं। टीम उन लोगों का चालन नहीं काटती, जो गाड़ी में मौजूद होते हैं। उनका कहना है कि सिटी मेंमूवमेंट की वजह से मनचलों की संख्या भी घटी है।