- शहर के प्रेमनगर एरिया में सीआई पार्क में टूटे पोल, बैंच और कूड़े से भरे फाउंटेन

- गांधी नगर पार्क को सोसायटी ने किया मेंटन, झूला के साथ ग्रीनरी अच्छी

BAREILLY:

शहर में बरेलियंस के लिए पार्क तो अधिकांश कॉलोनियों और मोहल्लों में हैं, लेकिन देखरेख और मेंटिनेंस नहीं होने के चलते पार्क बदहाल होते चले गए। पार्क चाहे नगर निगम, बीडीए या फिर आवास विकास का हो, कोई भी विभाग इनकी देखरेख को लेकर गंभीर नहीं है। ग्रीनरी के नाम पर पार्को में झाडि़यां उग रही हैं तो झूले या तो हैं ही नहीं या फिर टूटे पड़े हैं। इन टूटे झूलों से बच्चों के घायल होने का भी डर बना रहता है। ऐसे में लोग बच्चों को इन बदहाल पार्को में भेजने से परहेज करते हैं। मजबूरन बच्चे भी गैजेट्स, वीडीओ गेम, मोबाइल और टीवी से समय गुजारते हैं। इससे इतर शहर में गांधी नगर के निवासी दूसरों के लिए किसी मिसाल से कम नहीं हैं। कॉलोनी सोसायटी ने पार्क की सूरत ही बदल दी, अपने बजट से लोगों ने झूला और ग्रीनरी के साथ वॉकिंग ट्रैक भी ओके कर रखा है, इसीलिए गांधी नगर के बच्चों को पार्क का पूरा आनंद मिलता है।

सीआई पाकर्: प्रेमनगर

-पार्क में अमृत योजनान्तर्गत सौन्दर्यकरण का कार्य 154.77 लाख रुपए से 31 मार्च 2017 को शुरू कराया गया था, 30 सितम्बर 2017 तक काम पूरा होना था लेकिन आज तक काम पूरा नहीं हो सका है

-पार्क में लगी स्ट्रीट लाइट में पक्षियों ने बना लिया घोंसला, अधिकांश लाइटें खराब

-बैंच टूटी और पार्क से झूला लापता, रोड भी बदहाल

-एक स्वीमिंग पूल बना तो अच्छा लेकिन पानी के नाम पर थोड़ा पानी उसमें कूड़ा और गंदगी है जिसमें से दुर्गंध आती है

-पार्क में एक पाकड़ का पेड़ गर्मियों में आंधी के दौरान गिर गया, जिससे उसका फाउंडेशन पूरा उखड़ गया। यह आज तक बदहाल ही पड़ा है पेड़ तक नहीं उठाया गया

-पार्क में एक लाइट एक पोल छह माह पहले झुक गया था, उसमें वायर लगी हुई है, लेकिन अभी तक न उसे सीधा किया गया और न हटाया गया

-पोल के नीचे लगे बिजली के बॉक्स सभी ओपन है, जिससे कभी किसी बच्चे को करंट लगकर हादसा हो सकता है

-पार्क में बच्चों के खेलने के स्थान पर निर्माण सामग्री फैला रखी है जिससे बच्चों के खेलने के लिए जगह नहीं बची है

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पाकड़ का पेड़ पार्क में गिरे हुए छह माह से अधिक हो गए कोई उठाने नहीं आया। पार्क में स्वमिंग पूल है लेकिन उसका आज तक यूज ही नहीं किया गया, अब पूरी तौर पर बर्बाद हो गया। इसका क्या फायदा, झूला तक तो हैं नहीं।

समीर, सीआई पार्क प्रेमनगर

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पार्क में बहुत पहले झूले थे तो यहां पर झूलने के लिए मिलता था लेकिन अब तो दो वर्ष से अधिक हो गए एक भी झूला नहीं बचा है। पार्क में फाउंटेन और बैंच तक टूटी हुई है, कहीं खेलने के लिए जगह नहीं बची है।

शिखर, सीआई पार्क प्रेमनगर

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गांधी नगर पार्क

-कॉलोनी में आवास विकास का पार्क मेंटिनेस न होने से 18 वर्ष पहले बदहाल हो गया था, जिसे कॉलोनी की सोसायटी ने सुधारने के लिए बजट जुटाया

-पार्क को कॉलोनी की सोसायटी 18 वर्ष से लगातार मेंटेन करती आ रही है नगर निगम और आवास विकास परिषद सुधारने के नाम पर देखने नहीं आता

-सोसायटी ने अपने बजट से पार्क में वॉकिंग ट्रैक, ग्रीनरी, झूला और रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी बनाया

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डेली शाम को पार्क में खेलने के लिए आता हूं, पार्क में झूला और टहलने के लिए ट्रैक भी है। यहां आकर अच्छा लगता है। मैं पार्क में अकेला भी आ जाता हूं, कोई नहीं रोकता है। यहां खेलना अच्छा लगता है।

विश्वनाथ, गांधी नगर

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पार्क में संडे को दो बार आता हूं अदर डे एक बार आता हूं। मम्मी भी कम टीवी देखने को बोलती है, इसीलिए पढ़ाई का काम पूरा कर शाम को दो घंटा खेलने के लिए पार्क में आता हूं, झूला झूलना अच्छा लगता है।

अविरल, गांधी नगर

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नगर निगम अमृत योजनान्तर्गत पार्क के सौन्दर्यीकरण का काम कराया जा रहा है। बजट रुक-रुककर आ रहा है इसीलिए जितना बजट आ रहा है उतना काम कराया जा रहा है। बजट नहीं मिलने के चलते काम भी रुका हुआ है।

राजेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त