प्रशासन और कार्यदायी संस्थाओं की लापरवाही से बदहाल हालत में मैक्सिमम सड़कें

-कांवडि़यों को सात नाथ में से 5 नाथों के दर्शन करना आसान नहीं होगा

<प्रशासन और कार्यदायी संस्थाओं की लापरवाही से बदहाल हालत में मैक्सिमम सड़कें

-कांवडि़यों को सात नाथ में से भ् नाथों के दर्शन करना आसान नहीं होगा

BAREILLY: BAREILLY: सात नाथों के दर्शन के लिए हर वर्ष लाखों कांवडि़ए नाथ नगरी में आते हैं। शिव दर्शन के लिए शहर समेत अन्य जिलों व राज्यों के भी कांवडि़ए जत्थों के साथ पूरे सावन माह नाथ नगरी की परिक्रमा कर जलाभिषेक करते हैं। लेकिन इस वर्ष कांवडि़यों को सात नाथ में से भ् नाथों के दर्शन करना आसान नहीं होगा। प्रशासन और कार्यदायी संस्थाओं की अनदेखी की वजह से सड़कें दुर्गम रास्तों में तब्दील हो गई हैं। एक महीने पहले जलाभिषेक और समाजसेवी संस्थाओं ने प्रशासन से सड़कों को ठीक करने की अपील की थी। नाथ नगरी परिक्रमा का सिलसिला शुरू होने वाला है, लेकिन कांवडि़यों को नाथ नगरी में प्रवेश करना किसी आफत से कम नहीं है।

अलखनाथ

शहर का सबसे प्राचीन शिवालय होने का दर्जा प्राप्त अलखनाथ मंदिर जाने के लिए कांवडि़यों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। बाबा बालकनाथ के मुताबिक सावन माह में करीब क्.भ् लाख कांवडि़ए जलाभिषेक करने पहुंचते हैं। करीब ख् किमी तक सड़क की उपरी पर्त उखड़ गई है। जिससे रास्तों पर केवल बड़ी गिट्टियां उखड़ी पड़ी हैं। स्थानीय निवासियों के मुताबिक आए दिन कोई न कोई इन रास्तों पर गिरकर चोटहिल हो जाता है।

मढ़ीनाथ

चौपुला रोड से मढ़ीनाथ जाने वाली सड़क पूरी तरह से जर्जर हो गई है। नैनीताल हाइवे होने की वजह से कुछ दूर तक का सफर तय किया जा सकता है, लेकिन ओवरब्रिज से शुरू होकर मढ़ीनाथ शिवालय तक नंगे पांव पैदल पहुंचना कांवडि़यों के लिए काफी मुश्किल होगा। शिवालय पुजारी पं। पंकज मिश्र के मुताबिक बारिश में सड़कों पर कीचड़ जमा हो जाता है। जिसकी वजह से शिवालय से कांवडि़ए विमुख हो रहे हैं।

तपेश्वरनाथ

वहीं सुभाषनगर स्थित तपेश्वरनाथ शिवालय में जलाभिषेक करना भी कांवडि़यों एवं श्रद्धालुओं के मुश्किल होगा। क्योंकि पुलिया निर्माण होने की वजह से रास्ता बंद कर दिया गया है।

धोपेश्वर नाथ

विभागीय तकरार की वजह से बरेली बदायूं फोरलेन का निर्माण अधर में लटकता नजर आ रहा है। कभी पेड़ तो कभी पोल शिफ्टिंग की वजह से निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है। हालांकि लाल फाटक से करीब फ् किमी। तक की सड़क बन चुकी है। लेकिन उससे आगे आधी सड़क पूरी तरह से उखड़ गई है। वरिष्ठ पुजारी घनश्याम के अनुसार इसी रास्ते से धोपेश्वर नाथ का जलाभिषेक करने के बाद कांवडि़ए नाथ नगरी की परिक्रमा करते हैं। लेकिन इस वर्ष निर्माण कार्य अधूरा होने की वजह से कांवडि़यों का नाथ नगरी में प्रवेश करना मुश्किल काफी दुर्गम होगा।

टिबरीनाथ

प्रेमनगर और कुतुबखाना की ओर से टिबरीनाथ पहुंचने वाले कांवडि़यों के लिए रास्ता पीडब्ल्यूडी ने ब्लॉक कर दिया है। जून में पुलिया निर्माण के लिए माह भर तक रास्ता बंद कर दिया गया था। जून बीत गया, लेकिन पुलिया निर्माण कार्य पूरा न होने की वजह से रास्ता अभी भी बंद है। जिसकी वजह से कांवडि़यों को करीब ख् किमी घूमकर आना होगा।