नगर निगम और प्रशासन public से तेज आवाज और जहरीला धुआं उगलने वाले पटाखों का इस्तेमाल न करने की कर रहा अपील

VARANASI

दिवाली पर हर किसी ने पटाखे फोड़कर खूब धूम-धड़ाका करने का प्लान बनाया होगा। त्योहार अभी दूर है लेकिन इसके लिए तैयारी अभी से शुरू हो गयी है। इसका अंदाजा कम लोगों को होगा कि इससे शहर की आबोहवा जहरीली हो जाएगी। पहले से प्रदूषण के शिकंजे में जकड़ा शहर और प्रदूषित होगा। इसका असर दिवाली के बाद काफी दिनों तक रहेगा। शहर की वातावरण को सेहतमंद बनाए रखने के लिए नगर निगम और स्थानीय प्रशासन ने अच्छी पहल की है। एक मुहीम चलाकर लोगों से तेज आवाज और ज्यादा धुआं करने वाले पटाखों का उपयोग न करने की अपील कर रहे हैं। कुछ सामाजिक संस्थाएं भी उनका साथ दे रही हैं।

होती है परेशानी

नगर निगम और प्रशासन पब्लिक से अपील कर रहा है कि त्योहार तबीयत से मनाएं लेकिन तेज आवाज और ज्यादा धुआं करने वाले पटाखों का इस्तेमाल ना करें। इससे शहर की आबोहवा खराब होती है। जिसका खामियाजा हर किसी को भुगतना पड़ता है। सबसे अधिक परेशानी पशुओं और बीमार इंसानों को होती है। सेहतमंद भी काफी अधिक प्रभावित होते हैं। पटाखों से होने वाले पॉल्यूशन का असर काफी दिनों तक वातावरण में रहता है। लाखों वाहन और कल-कारखानों से निकलने वाला जहरीला धुआं कंक्रीट के जंगल में तब्दील हो रहे शहर को प्रदूषित कर रहा है। पटाखे इसमें इजाफा करते हैं।

इस्तेमाल करें देसी

शहर को प्रदूषण से बचाने और मस्ती से त्योहार मनाने के लिए जरूरी है कि विदेशी पटाखों का इस्तेमाल बिल्कुल न किया जाए। इसमें भारी मात्रा में पोटैशियम क्लोराइड जैसे तमाम पदार्थ मिलाए जाते हैं जिनसे बड़ी मात्रा में जहरीला धुआं निकलता है। वहीं देसी पटाखों में सिल्वर जूट, कागज आदि का इस्तेमाल बहुतायत में होता है ताकि वो कम हानिकारक हों। अच्छे ब्रांड के देसी पटाखे हर तरह से त्योहार मनाने के लिए बेहतर हैं।

शहर की सेहत का ख्याल रखना हर किसी की जिम्मेदारी है। हम शहर को साफ करने के साथ सेहतमंद बनाने के लिए पब्लिक से सहयोग करने के लिए कह रहे हैं।

श्रीहरि प्रताप शाही

नगर आयुक्त