-गंगा घाट पर रंगोली में बनाये गए तिरंगे के सम्मान का किसी ने दिया ध्यान

-घाट पर तफरी करने आये इंसानों व जानवरों के पैरों तले कुचलता रहा तिरंगा

-वोटर्स को अवेयर करने के लिए स्टूडेंट्स ने बनायी थी रंगोली

VARANASI

एक बड़े ही नेक इरादे से स्टूडेंट्स का एक समूह दरभंगा घाट पर जमा हुआ। विविध रंगों से एक से बढ़कर एक खूबसूरत रंगोली बनायी। इसके जरिए विधान सभा चुनाव में अधिक से अधिक मतदान की अपील की। लेकिन एक बड़ी चूक कर गए। अपनी लगभग हर रंगोली में देश की आन-बान और शान का प्रतीक तिरंगा झंडा बना दिया। जमीन पर बनी ये रंगोली जब तक छात्र वहां मौजूद रहे तब तक तो सुरक्षित रही। उनके जाने के बाद ही इंसानों और जानवरों के पैरों तले कुचली जाने लगी। इन रंगोली में मौजूद तिरंगा भी सुरक्षित नहीं रह सका। जिस तिरंगे के सामने पूरा देश शीश नवाता है। उसकी शान के लिए शीश कटाता और काटता है उसका अपमान होता रहा। घाट पर तफरी करने के लिए दुनिया भर से आए सैलानी तो उसे निहारते रहे लेकिन यहां मौजूद रहे अपने देश के लोग भी मूकदर्शक बने रहे। भले ही छात्रों ने एक नादानी की हो लेकिन चाय-पान की दुकान पर देश के लिए बड़ी-बड़ी बातें करने वालों में से एक भी बंदा तिरंगे का अपमान रोकने के लिए आगे नहीं आया।

इसका रखें ध्यान

चंद दिनों बाद हम सभी गणतंत्र दिवस मनाएंगे। पूरा शहर अपने हाथ में तिरंगा लेकर खुद को गौरवान्वित महसूस करेगा। इस दिन हमें खास ध्यान रखना चाहिए कि राष्ट्रध्वज का अपमान ना हो। राष्ट्रध्वज के सम्मान के लिए नियम बनाए गए हैं। इसका पालन करें। सम्मान के साथ तिरंगा फहरायें और उसी सम्मान के साथ उसे सहेज कर रखें।

बड़े बलिदान के बाद हमें आजादी मिली है और इस आजादी का प्रतीक हमारा तिरंगा झंडा है। इसका सम्मान कभी कम न हो इसका हम सभी को ख्याल रखना होगा।

दिनेश सिंह, नाटी इमली

तिरंगा हमारे देश की शान है। इसका अपमान करना अपराध है। राष्ट्रध्वज का इस्तेमाल हर जगह नहीं किया जा सकता है। इसकी जानकारी हर किसी को होनी चाहिए।

संतोष गुप्ता, दशाश्वमेध

यह तो बेहद शर्मनाक है। भले ही तिरंगा बनाने का उद्देश्य अच्छा संदेश रहा हो लेकिन इसका अपमान ना हो इसका भी ध्यान रखना जरूरी है। ऐसे लोगों को दंडित किया जाना चाहिए।

कमल, अस्सी

राष्ट्रध्वज के सम्मान के लिए कड़े नियम बनाए गए हैं। इसका अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित होना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर तिरंगे का अपमान करने वालों को दंडित करने का भी प्रावधान है।

आशुतोष शुक्ला, अधिवक्ता