-हर वॉर्ड में तैयार होंगी निगरानी समितियां

-काल सेंटर में गंदगी और अन्य समस्याओं की दी सकेगी जानकारी

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शहर की सफाई सिरदर्द बनी हुई है। पीएम का संसदीय क्षेत्र और सीएम के वीआईपी एरिया का कोना-कोना कूड़ा से पटा है। बनारस के सांसद और देश के प्रधानमंत्री ने फावड़ा चलाकर, झाड़ू लगाकर सफाई का संदेश दिया लेकिन इसका भी कोई फायदा नहीं मिला। सफाई की दुश्वारियों को देखते हुए शासन ने सफाई की नयी योजना बनायी है। उसने स्थानीय प्रशासन को सभी वॉर्ड में निगरानी समितियां बनाने का निर्देश दिया है। साथ ही कॉल सेंटर बनाने को कहा।

सब मिलकर करेंगे सफाई

स्थानीय प्रशासन के पास पहुंचे शासन के निर्देश के मुताबिक हर वॉर्ड में सफाई निगरानी समिति बनायी जाएगी। 15 सदस्यीय इस समिति में क्षेत्र के सभ्रांत लोग शामिल होंगे। उनके क्षेत्र के सफाई निरीक्षक से लेकर सफाई कर्मचारियों की जानकारी उपलब्ध रहेगी। वो क्षेत्र में भ्रमण करेंगे और सफाई का जायजा लेंगे। बाकायदा इसकी रिपोर्ट तैयार करेंगे और शासन को प्रेषित करेंगे। समितियों के रिपोर्ट एक तरफ से सफाई निरीक्षकों और कर्मचारियों के रिपोर्ट कार्ड होंगे। जिनका रिपोर्ट कार्ड अच्छा नहीं होगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सब होगा दर्ज

शासन के निर्देश के अनुसार डिस्ट्रिक्ट में सफाई के लिए विशेष तौर पर कॉल सेंटर बनाये जाएंगे। इस पर हर वॉर्ड के लोग कॉल कर सकते हैं। अपने क्षेत्र में सफाई की स्थिति को दर्ज करा सकेंगे। जहां कहीं गंदगी हो उसकी जानकारी देंगे। इसे संज्ञान में लेकर सफाई कर्मियों को वहां भेजा जाएगा। कॉल सेंटर पर आने वाली हर कॉल को दर्ज किया जाएगा। इसके साथ ही एक प्रदेश स्तर पर संचालित होने वाला कॉल सेंटर बनाया जाएगा। इस पर भी सफाई संबंधी शिकायत की जा सकती है। यहां दर्ज होने वाली शिकायत को जिले स्तर पर पहुंचाया जएगा। इसका लगातार फॉलोअप किया जाएगा। यह देखने के लिए कि शिकायत का निस्तारण हो रहा है या नहीं।

धराशायी हुए कई

शहर की सफाई का यह प्रयास पहला नहीं है। इसके पहले भी नगर निगम ने साफ सफाई के लिए हेल्पलाइन शुरू किया था। कुछ दिनों तक इसका रिस्पांस आता रहा लेकिन समय के साथ उसकी गंभीरता खत्म हो गयी। निगम की ओर से स्वच्छता एप्प भी लांच किया गया। इस पर कोई गंदगी आदि की जानकारी दे सकता था। डीएम खुद इसकी निगरानी करते थे। राष्ट्रीय स्तर पर एप्प लांच होने पर इसकी उपयोगिता खत्म हो गयी।

शहर में सफाई का हाल

650

मीट्रिक टन होता है हर रोज शहर में कूड़ा

450

मीट्रिक टन रोज उठता है कूड़ा

2500

सफाईकर्मियों के भरोसे है शहर की सफाई

90

वॉर्ड में बज-बजा रहा है कूड़ा

500

रुपये जुर्माना निर्धारित है खुले में कूड़ा फेंकना वाले के खिलाफ

शहर की सफाई बेहद जरूरी है। इसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। शासन की ओर से इस संबंध में जो निदेश हैं, उनका पालन किया जाएगा।

डॉ। नितिन बंसल, नगर आयुक्त