- आदेश के बावजूद नहीं बढ़ाई गयी सर्विस लाइन की हाइट

- गली और मोहल्लों में जानलेवा न बन जाये जंक्शन बॉक्स

VARANASI

यह सच है पॉवर कॉरपोरेशन के सामने उच्चाधिकारियों के फरमान की कोई अहमियत नहीं है। यहां अधिकारियों के आदेश की सिर्फ लिस्ट ही बनाई जाती है। लेकिन उस पर अमल नहीं किया जाता। हम बात कर रहे हैं आईपीडीएस के सर्विस लाइन की हाइट बढ़ाने के आदेश का। जिसके अनुपालन में हाइट बढ़ाना तो दूर गली और मोहल्लों में पहले की ही तरह कम हाइट में जंक्शन बाक्स इंस्टॉल किये जा रहे हैं। जबकि समीक्षा बैठक में कमिश्नर और डीएम ने हाइट बढ़ाने का निर्देश दिया है।

पुराने ढर्रे पर काम

आईपीडीएस फेज - टू के तहत पुरानी काशी में अंडर ग्राउंड केबल बिछाने का वर्क चल रहा है। तय समय से पहले टारगेट पूरा करने के चक्कर में कार्यदाई एजेंसी मानक को दरकिनार कर दे रही है। वही पुराने ढर्रे पर अंडर ग्राउंड केबल कनेक्शन के लिए कम हाइट में जंक्शन बॉक्स लगाये जा रहे हैं। जो बारिश में खतरा बन सकता है।

यहां चल रहा काम

आईपीडीएस वर्क के तहत कमच्छा, कबीर नगर, सारनाथ, भदैनी, शंकुलधारा, बेनियाबाग, चेतगंज, सुंदरपुर, दुर्गाकुंड, रघुनाथपुर, सुदामापुर, दशाश्वमेध, पाण्डेयपुर, भगवानपुर, कालीमहाल, नरिया, सोनारपुरा, लंका, भेलूपुर, विजयानगरम और रामापुरा एरिया में अंडर ग्राउंड केबल बिछाने का वर्क चल रहा है। जहां कम हाइट के जंक्शन बॉक्स लगाये जा रहे हैं।

मिला था अल्टीमेटम

पिछले महीने कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण और डीएम योगेश्वर राम मिश्र ने समीक्षा बैठक में आईपीडीएस वर्क के नोडल डिपार्टमेंट पॉवर कॉरपोरेशन को अल्टीमेटम दिया था। जंक्शन बॉक्स को 7 फीट उंचा करने के लिए ख्0 दिन की मोहलत दी गयी थी। यहां तक की तत्कालीन केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पियूष गोयल ने भी कम हाइट की वजह से खतरा बने जंक्शन बॉक्स को लोगों की पहुंच से दूर रखने का निर्देश दिया था।

हाईलाइटर

- मुमुक्ष भवन के पास ख्ख् जुलाई को एक बेजुबान हुआ था शिकार

- क्क् जुलाई को सरस्वती फाटक के पास अधेड़ को लगा था करंट

- ख्8 जून को सरस्वती फाटक के ही पास एक मवेशी चढ़ा था हादसे की भेंट

वर्जन

मानकों को ध्यान में रखकर ही अंडर ग्राउंड केबल बिछाने का वर्क चल रहा है। उच्चाधिकारियों के आदेश पर जंक्शन बॉक्स की हाइट भी बढ़ाई जा रही है।

एके अस्थाना, एसई सर्किल वन