-अभी तक नहीं हुआ शहर से छुट्टा पशुओं को हटाने का इंतजाम

-जाम की हो रही समस्या, हो रही परेशानी

VARANASI

सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के साथ ही लखनऊ की तर्ज पर बनारस में कान्हा उपवन बनाने का आदेश दिया। सीएम के इस फरमान से बनारस नगर निगम के पेशानी पर बल आ गया। पूरे शहर में बेसहारा घूमने वाले पशुओं के लिए शरण स्थल बनाने की योजना तो पुरानी है लेकिन मूर्त रूप नहीं ले सकी है अभी तक। जमीन की तलाश तो कर लगी गयी लेकिन और कुछ नहीं हो सका। हजारों छुट्टा पशु शहर के लिए मुसीबत बने हुए हैं।

नहीं हल हुई समस्या

छुट्टा पशुओं को शहर से दूर करने के लिए विशेष स्थान की योजना काफी पहले बनायी गयी थी। नगर निगम ने इसे लेकर तैयारी भी की। वक्त बीतता रहा लेकिन सारी कोशिश सिर्फ कागज तक सीमित रह गयी। पिछली सरकार ने एक बार फिर ऐसे ही एक स्थान को तैयार की योजना बनायी नगर निगम एक बार फिर फास्ट हुआ लेकिन सारी कवायद फिर जीरो ही साबित हुई। इसकी सबसे बड़ी वजह जमीन की उपलब्धता ना हो पाना ही रही। कई बार ऐसी स्थिति आयी कि शहर से पशुओं को हटाना पड़ा या फिर पुलिस द्वारा वध के लिए ले जाए जा रहे पशुओं को नगर निगम को सौंपा गया। कोई इंतजाम नहीं होने पर उसे निजी पशुशालाओं को सौैंप दिया गया। चारा आदि के अभाव में पशुओं की हालत यहां भी बदहाल रही।

उठाना पड़ रहा नुकसान

- कान्हा उपवन नहीं बन पाने की वजह से शहर छुट्टा पशुओं की शरणस्थली बन गया है

- छुट्टा पशु रोड, गलियों में कब्जा जमाए रहते हैं

- अक्सर लोगों पर हमला कर देते हैं

- रास्ते पर मौजूद रहने की वजह टै्रफिक जाम लगता है

- पशुओं की वजह से पूरे शहर में गंदगी का अम्बार लगा रहता है

- दुनियाभर के पर्यटकों के सामने शहरवासियों को शर्मिदा होना पड़ता है

- पशु तस्करों से पुलिस द्वारा बरामद पशुओं की उचित देखभाल नहीं हो पाती है।

शहर में छुट्टा पशुओं की समस्या है। उन्हें शहर से दूर करने और उचित देखभाल के लिए बनायी गयी योजना पर काम हो रहा है। जल्द ही परिणाम सामने होगा।

डॉ। नितिन बंसल, नगर आयुक्त