- सीएम ने दिया था तीन दिन में सभी पोल हटाने का आदेश

- विभागीय रिकॉर्ड के मुताबिक शहर में अब भी खड़े हैं 300 बेकार खंभे

शहर की सुंदरता बनाने और बढ़ाने के लिए एक तरफ योजनाओं की बाढ़ है तो दूसरी तरफ विभागीय कार्यशैली इन तैयारियों में पलीता लगा रही है। दावे तो हैं कि शहर में आईपीडीएस योजना लागू होने के बाद सभी निष्प्रयोज्य पोल हटा दिए गए हैं। मगर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने रविवार को रियलिटी चेक किया तो हालात कुछ और ही निकले। शहर के मुख्य मार्गो पर बिजली और टेलीफोन के तमाम पोल अब भी दावों की पोल खोल रहे हैं।

बैनर-पोस्टर भी कम नहीं

20 मई को कमिश्नरी सभागार में समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहर की खूबसूरती बिगाड़ रहे खंभों पर सख्त नाराजगी जताई थी। इसके बाद डीएम ने भी बिजली और टेलीफोन के बेकाम खंभे तत्काल हटाने के आदेश दिए थे मगर रविवार को शहर में नजारा कुछ अलग ही दिखाई पड़ा। लहुराबीर, चेतगंज, बेनियाबाग, गिरजाघर आदि जगहों पर दो दर्जन से ज्यादा बिजली के खंभे विभागीय दावों को मुंह चिढ़ा रहे थे। कहीं बैनर-पोस्टर लगे थे तो गोदौलिया और मदनपुरा के मुख्य मार्गो में तमाम खंभों पर अब भी तारों का जाल दिखाई दे रहा है।

यहां तो पूरा बिजली घर है!

भेलूपुर से लंका मुख्य मार्ग पर चेतमणि चौराहे पर वाहनों का दिनभर दबाव रहता है। कारण कि यहीं से रथयात्रा जाने वाले वाहनों को शंकुलधारा पोखरे की तरफ डायवर्ट किया जाता है। ऐन चौराहे पर बिजली के खंभे तो हैं ही, सड़क पर बिजली घर जैसा हाल है। पोल पर छोटा ट्रांसफॉर्मर रखा है तो सड़क पर 440 वोल्ट का ट्रांसफॉर्मर रखकर इसे जाली से घेर दिया गया है। वहीं विजयानगरम कॉलोनी, गुरुधाम कॉलोनी के अलावा रविंद्रपुरी कॉलोनी की तमाम लेन में यहां-वहां बिजली के खंभे और टेलीफोन के पोल यथावत खड़े हैं। कई टेढ़े-मेढ़े होकर हादसों को दावत दे रहे हैं तो कुछ को बैनर बांधने वालों ने सपोर्ट के तौर पर इस्तेमाल कर लिया है।

सोमवार को खत्म हो रही मियाद

डीएम योगेश्वर राम मिश्र ने शुक्रवार को समीक्षा बैठक के दौरान विभागीय अधिकारियों को सभी खंभे रविवार तक हटवा देने के आदेश दिए थे। यह मियाद सोमवार को खत्म हो जा रही है। विभागीय अफसर रात के वक्त कुछ स्थानों पर खंभे हटाते नजर आ रहे हैं मगर यह इंतजाम फिलहाल नाकाफी ही दिख रहे हैं।

बयान

बिजली और टेलीफोन के निष्प्रयोज्य खंभों को हटाने का स्पष्ट निर्देश दिया गया है। निरीक्षण के दौरान अगर खंभे नजर आ गए तो संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

योगेश्वर राम मिश्र, डीएम वाराणसी