टै्रफिक डिपार्टमेंट के रोज-रोज लिए जा रहे डिसीजन से खत्म होने की बजाय बढ़ रही पब्लिक की प्रॉब्लम

शहर में जाम की समस्या खत्म नहीं हो रही है। ट्रैफिक डिपार्टमेंट सिर्फ एक्सपेरिमेंट कर रहा है। अब तो ऐसा लगा है कि डिपार्टमेंट के पास कोई बेहतरीन आइडिया या ऐसा कोई प्लान ही नहीं है जिससे जाम की समस्या का खत्म किया जाए। ट्रैफिक डिपार्टमेंट क्रॉसिंग के कट को बंद करने के बजाए अगर वहां ट्रैफिक पुलिस के जवान खड़ा कर ट्रैफिक को कंट्रोल करवाती तो वह ज्यादा फायदेमंद होता। बताया जाता है कि इससे पहले भी तत्कालिन एसएसपी अजय कुमार मिश्रा और तत्कालिन डीएम प्रांजल यादव के कार्यकाल में भी जगह जगह डिवाइडर खड़ी कर ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने की शुरुआत की थी। इसकी असफलता के बाद उन रास्तों को खोल दिया गया। अब एक बार फिर कुछ ऐसा ही हो रहा है। वहीं तमाम रोड पर वन वे, कई पर बड़े वाहनों का आवगमन बंद करने का निर्णय समेत टै्रफिक डिपार्टमेंट के तमाम डिसीजन के जाम की समस्या तो नहीं खत्म हुई पब्लिक परेशान जरूर हुई।

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वर्जन

क्या कहते है लोग

कट प्वाइंट पर डिवाइडर लगने से जाम की समस्या कम होने के बजाए बढ़ गयी है। 50 से 100 मीटर आगे जाकर यू टर्न लेना पड़ रहा है।

आशुतोष शुक्ला, कबीरचौरा

कट प्वाइंट छोड़कर यू टर्न लेने से एक्सिडेंट की संभावना भी बढ़ गई है। इससे सामने से तेज रफ्तार में आ रही गाडि़यों से टकराने का डर बना रहता है।

चंद्र किशोर, दुर्गाकुंड

कट बंद करने से अच्छा होता कि वहां ट्रैफिक पुलिस के जवान खड़े होकर ट्रैफिक को कंट्रोल करते। इससे कम से कम हादसे तो नहीं होते।

नवीन नंदा, भेलूपुर

यू टर्न वाले जगह पर किसी तरह कोई जानकारी नहीं होती है। इसलिए सामने से आ रही गाडि़यों की स्पीड कम नहंी होती और एक्सिडेंट का चांस बढ़ जाता है।

संतोष गुप्ता, गोदौलिया