दीप पर्व के तीसरे दिन दिवाली पर जगमगा उठा शहर

लक्ष्मी-गणेश का पूजन कर एक-दूसरे को बोला हैप्पी दिवाली

ALLAHABAD: पांच दिनी दीप पर्व के तीसरे दिन दिवाली का त्योहार उल्लास के बीच मनाया गया। सुबह से लेकर दिनभर घर-परिवार की साफ-सफाई के बाद शाम को शुभ मुहूर्त में आसन पर विराजमान लक्ष्मी-गणेश की पूजा की गई। दीपदान, आतिशबाजी और पटाखों की गूंज से शहर जगमगा गया। शंखनाद और षोडशोपचार पूजन से मां लक्ष्मी का आहवान किया गया तो घर के बड़े-बुजुर्गो से लेकर महिलाओं व छोटे-छोटे बच्चों ने एक-दूसरे को गले लगाकर हैप्पी दिवाली विश किया।

विधि-विधान से किया पूजन

प्रदोष काल में लक्ष्मी-गणेश पूजन के लिए पूजा स्थलों को दीपों, मिठाई, लक्ष्मी व गणेश जी की मूर्तियां, अक्षत, रोरी, फूलमाला व पूजन सामग्री से सजाया गया तो घरों के मुख्य द्वार रंगबिरंगी रंगोली का आकर्षण छाया रहा। गृहस्थ व कारोबारियों ने शाम को शुभ मुहूर्त 6.59 से लेकर रात 8.56 बजे के बीच विधि विधान से लक्ष्मी-गणेश का पूजन-अर्चन किया गया। परिवार की सुख-समृद्धि के लिए छत से लेकर मुख्य द्वार तक सरसों के तेल का दीपक जलाया गया।

पूजन के बाद शुरू हुआ दीप पर्व का उल्लास। शहर के एक छोर से लेकर दूसरे छोर तक आतिशबाजी, फुलझड़ी, पटाखें की गूंज सुनाई देने लगी। आकाश में सतरंगी आतिशबाजी का नजारा दिखाई दिया। देर रात तक शहरी अपने परिचितों के यहां जाकर तरह-तहर का गिफ्ट देकर दिवाली की खुशियों को शेयर करते दिखे।

मार्केट में अंतिम समय तक रौनक

शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी-गणेश का पूजन करने से पहले तक मार्केट में रौनक छाई रही। सिविल लाइंस, लेबर चौराहा, मनमोहन चौराहा, नेतराम चौराहा, दारागंज व बैरहना सहित अन्य मार्केट में लक्ष्मी व गणेश की मूर्तियां, मिठाई की खरीदारी, लाई, चूड़, लावा, कमल का फूल की जमकर लोगों ने खरीदारी करते रहे। मिठाई की दुकानों पर सबसे ज्यादा भीड़ रही। लोगों ने परिचितों को गिफ्ट देने के लिए ड्राई फ्रूट्स की खूब खरीदारी की।