मगर, क्या आपको कानपुर के ऑनलाइन डीएम का नाम पता है? सवाल थोड़ा पेचीदा है चलिए जवाब हम ही बता देते हैं। अपने शहर के ऑनलाइन डीएम का नाम है, रणधीर सिंह। जी हां, बिल्कुल ठीक पढ़ा आपने। डीएम कंपाउंड में आईटी सेक्शन के इंचार्ज रणधीर ही कानपुर के डीएम की मेल आईडी और फेसबुक प्रोफाइल को अपडेट रखते हैं।

पर मिलता है proper response

कानपुर की जनता को एडमिनिस्ट्रेशन से जोडऩे के उद्देश्य से ही फॉर्मर डीएम मुकेश मेश्राम ने फेसबुक पर डीएम की प्रोफाइल और मेल आईडी  dmKANPUR@gmail.com क्रिएट करवाई थीइन दोनों ही प्लेटफॉर्म पर कानपुराइट्स को फास्टेस्ट रिस्पॉन्स मिलता हैलोगों की शिकायत पर फौरन कार्रवाई होती हैसाथ ही शिकायत करने वाले को केस का टाइमली अपडेट भी दिया जाता हैपिछले दो दिनों से डीएम की फेसबुक प्रोफाइल ऑफलाइन है। इससे उनकी मेल आईडी पर शिकायत करने वाले को कोई रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा है। किसी भी शिकायत पर फौरन रिस्पॉन्स मिलने वाली फेसबुक प्रोफाइल और मेल पर कोई रिस्पॉन्स न मिलने से कानपुराइट्स काफी कन्सर्न हैं। मगर, इसका एक सीरियस रीजन है. दरअसल, आईटी इंचार्ज रणधीर  की तबीयत दो दिनों से खराब है। बीमारी की वजह से वो दो दिनों से भार्गव नर्सिंग होम में एडमिट हैं। इसीलिए वो फेसबुक अपडेट नहीं कर पा रहे हैं। इससे कानपुराइट्स को कोई रिस्पॉन्स नहीं मिल पा रहा है।

लफंगों के victims को है इंतजार

आई नेक्स्ट ने 27 अगस्त को पेज-1 पर लफंगा कॉलिंग न्यूज पब्लिश की थी। खबर में उन लफंगों के नंबर पब्लिश किए गए थे जो लड़कियों और महिलाओं को फोन करते थे। अश्लील मैसेज और फोन कॉल्स भेजने के अलावा गालियां भी देते थे। विरोध पर घरवालों को देख लेने की धमकी भी देते थे। इनमें से कुछ विक्टिम्स ने भी डीएम की फेसबुक प्रोफाइल और जी-मेल पर मैसेज भेजा था। मगर, आईटी इंचार्ज रणधीर के ना होने की वजह से किसी को कोई रिस्पॉन्स नहीं मिल सका है।

DM को है concern

आम तौर पर डीएम डॉ। हरिओम का शिड्यूल बहुत बिजी रहता है। इसीलिए उनका फेसबुक प्रोफाइल और जी-मेल आईडी रणधीर ही करते हैं। हालांकि, आई नेक्स्ट की खबरों पर डीएम काफी कन्सर्न भी हैं। पिछले दिनों लॉ एंड ऑर्डर की मीटिंग में भी उन्होंने लफंगा कॉलिंग, अंडर एज ड्राइविंग, मिशन मजनू जैसे आई नेक्स्ट के कैम्पेन पर एक्शन रिपोर्ट भी मांगी थी। जब पुलिस अफसर कोई जवाब नहीं दे सके तो उन्हें फटकार भी लगाई थी.