शहर के स्कूलों में सुरक्षा के नहीं हैं मुकम्मल इंतजाम

शहर के कई स्कूलों में भी हो चुकी हैं घटनाएं

Meerut। लखनऊ के स्कूल में घटना के बाद एक बार फिर शहर के स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं, जबकि हकीकत यह है कि शहर में भी बीते सालों में कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। जो स्कूलों की संजीदगी पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। सीबीएसई की गाइड लाइन की भी स्कूल प्रशासन अनदेखी करते हैं। एसपी सिटी मान सिंह के मुताबिक छह महीने में पुलिस आठ किशोरों को राजकीय संप्रेक्षण गृह भेज चुकी है

मेरठ में रहे ये चर्चित मामले

केस-1 9 जुलाई 2017

पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी की पुत्रवधू ने हंटर लेकर छात्राओं के साथ मारपीट की थी। जिसमें सदर थाने में मामला भी दर्ज कराया गया था।

यह हुई कार्रवाई

पुलिस ने स्कूल में मारपीट के आरोप में आरिफ पुत्र यूसुफ, फुजैल पुत्र अयूब व समीर पुत्र वहाब का शांति भंग में चालान कर दिया था। इसके बाद मामला कोर्ट में विचाराध्ाीन है।

केस -2 17 मई 2017

तेजगढ़ी निवासी 12 वर्षीय आदित्य वर्मा सदर एसडी इंटर कॉलेज में पांचवी कक्षा का छात्र था। आरोप था कि स्कूल प्रशासन की लापरवाही के कारण वह तीसरी मंजिल की छत से नीचे गिर गया था।

यह हुई कार्रवाई

स्कूल प्रशासन के खिलाफ परिजनों ने मुकदमा दर्ज कराने के लिए सदर थाने में तहरीर दी थी। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहंी की।

केस-3 - 9 अगस्त 2017

फूलबाग कॉलोनी स्थित एक जूनियर स्कूल में पांचवीं कक्षा की छात्रा के साथ 11 वीं कक्षा के छात्र ने दुष्कर्म के मामले में परिजनों ने स्कूल में आगजनी की थी। स्कूल में सीसीटीवी तक नहीं था।

यह हुई कार्रवाई

पुलिस की जांच में मामला फर्जी पाया गया था।

केस- 4- 12 सितंबर 2017 स्कूल में लेकर आया था तमंचा एसडी इंटर कालेज सदर में 11वीं कक्षा का छात्र तमंचा लेकर आया था। चेकिंग में वह पकड़ा गया था। पुलिस थाने में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

यह हुई कार्रवाई

स्कूल ने आरोपी छात्र को रेस्टीके कर दिया

स्कूल प्रशासन की तरफ से बच्चों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जाना चाहिए। बिना वेरिफिकेशन के किसी भी कर्मचारी को स्कूल में नौकरी पर नहीं रखना चाहिए।

मान सिंह चौहान एसपी सिटी