-ऑनलाइन शॉपिंग के रिटर्न किए गए सामानों ईंट-पत्थर मिलने पर हुआ था विवाद

-जीवी एक्सप्रेस के ओनर कर्मजीत सिंह पर पैसे छीनने का है आरोप

-पुलिस कर रही है मामले की जांच

JAMSHEDPUR: शनिवार को चक्रधरपुर के व्यवसायी के अपहरण करने और लूटपाट करने की बात गलत थी। मोबाइल रिचार्ज और ऑनलाइन शॉपिंग के सप्लायर कुमारेश सरकार ने पुलिस को झूठा बयान देकर भ्रम में रखा। पुलिस को झूठा बयान देकर दिग्भ्रमित करने के मामले में धारा क्8ख् के तहत कुमारेश पर कार्रवाई की जाएगी। मामले का खुलासा सिटी एसपी चंदन कुमार झा और सिटी डीएसपी अनिमेष नैथानी ने की। घटना के बाद बागबेड़ा और गोलमुरी थाना प्रभारी जांच में जुटे थे। जांच के दौरान रेलवे स्टेशन स्थित सीसीटीवी फुटेज का भी सहारा लिया गया। फुटेज में कुमारेश रेलवे स्टेशन से निकलते तो पाए गए। किसी ने उनका अपहरण नहीं किया था। कुमारेश शनिवार को बिजनेस के सिलसिले चक्रधरपुर से जमशेदपुर आए थे।

जीवी कुरियर के साथ करते थे काम

चक्रधरपुर के व्यवसायी कुमारेश सरकार का बिजनेस बागबेड़ा थाना क्षेत्र के गढ़बासा स्थित जीवी कुरियर के साथ होता था। कुमारेश वी मिक्सिंग के नाम से चक्रधरपुर में काम करते हैं। चक्रधरपुर में ऑनलाइन शॉपिंग की फैसिलिटी नहीं है। कुरियर कंपनी के साथ समझौता कर वे ऑनलाइन शॉपिंग के थ्रू सामान मंगवाते थे। सामान आने के बाद जमशेदपुर आकर उसे रिसिव किया जाता था। रिसिविंग के बाद संबंधित कस्टमर्स को सामान डिलिवर किया जाता था।

रिटर्निग सामान में मिला था ईंट-पत्थर

कस्टमर्स को कंपनी का सामान पसंद नहीं आने पर उसे रिटर्न करते समय ईंट-पत्थर भर कर वापस कर दिया जाता था। कुमारेश को रिटर्निग सामान में ऐसी शिकायत कई बार मिली। इससे कुरियर कंपनी जीवी एक्सप्रेस और ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी को काफी नुकसान हुआ था। शनिवार को भी रिटर्न करने के लिए लाए गए सामानों में ईंट-पत्थर मिले थे। इस वजह से जीवी एक्सप्रेस के प्रोपराइटर कर्मजीत सिंह और वी मिक्सिंग के ओनर कुमारेश के बीच विवाद हो गया। कुमारेश को रेलवे स्टेशन से जीवी एक्सप्रेस के ओनर कर्मजीत सिंह और उनके सहयोगी डिस्कवर बाइक पर बैठा कर गढ़ाबासा स्थित ऑफिस में लाए थे, जहां धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए उनसे मारपीट की गई थी। जीवी एक्सप्रेस के ओनर कर्मजीत सिंह पर पैसे छीनने का भी आरोप है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।