PATNA : पटना पुलिस काम के बोझ से हांफ रही है। बोझ भी ऐसा है जिसे खुद पुलिस ने बढ़ाया है। कामचोरी और लापरवाही के कारण बढ़ते बोझ का हवाला देकर पुलिस के पदाधिकारी हमेशा रोते हैं लेकिन जब अफसर जांच करते हैं तो कामचोरी बेनकाब हो जाती है। पटना के नवागत सिटी एसपी ने पटना पुलिस की मनमानी की ऐसी ही पोल खुली है

जो चौकाने वाली है। पचास से अधिक केस पुलिस की लापरवाही से साइड लाइन में हैं।

जांच में होता है खेल

कोई घटना होती है उसके अनुसंधान में पुलिस की मनमानी सामने आ जाती है। पटना के थानों में कामचोरी का आलम यह है कि पुलिस अनुसंधान को समय से निपटाती ही नहीं है। थानों में हो रही कामचोरी को पटना ईस्ट के नए सिटी एसपी राजेन्द्र कुमार भील ने पकड़ लिया है। वह पेंडिंग पड़े केसों की पड़ताल में लगे थे जिसमें उन्हें लंबी लिस्ट मिली है।

-अब सिटी एसपी का चलेगा डंडा

सिटी एसपी अब खुद पेंडिंग केसों की मॉनीटरिंग करेंगे। ऐसे केसों की लिस्ट उन्होंने अपने पास रख लिया है। वह एक एक कर हर पेंडिंग केस की पड़ताल करेंगे। रिव्यू के दौरान इंवेस्टिगेशन ऑफिसर, थानेदार और संबंधित डीएसपी को मौजूद रहना होगा। इन सभी अफसरों को सिटी एसपी के सवालों का जवाब देना होगा। उन्हें बताना होगा कि आखिर केस लंबे वक्त से क्यों पेंडिंग पड़े हैं? क्या कारण है कि केस की जांच नहीं हुई?