डेंगू का जबरदस्त कहर, झेल रहा पूरा शहर

इन दिनों डेंगू के मच्छरों ने शहर के हालात को बिगाड़ कर रख दिया है। प्राइवेट क्लिनिक से लेकर गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में हर जगह डेंगू पेशेंट्स की भरमार है। मंडलीय हॉस्पिटल, कबीरचौरा हो या फिर दीनदयाल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल, वहां बनाये गये डेंगू वार्ड के भर जाने के चलते अलग से नया वार्ड बनाकर पेशेंट्स को एडमिट किया जा रहा है। स्थित ये हो गई है कि उसके लिए भी लाइन लगनी शुरू हो गई है। हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन लगातार आ रहे डेंगू पेशेंट्स से परेशान है।

 

लगातार बढ़ रही है संख्या

अगर  दीनदयाल डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की बात करें तो यहां फिलहाल 12 पेशेंट्स का इलाज किया जा रहा है। डेंगू पेशेंट्स के लिए यहां इमरजेंसी में बनाये गये वार्ड के अलावा 24 बेड की अलग से व्यवस्था की गयी है। पेशेंट्स के आने का क्रम अभी लगातार जारी है। हॉस्पिटल में  पिछले 24 घंटे के दौरान यहां छह नये पेशेंट्स एडमिट किये गये हैं। हॉस्पिटल में अभी तक कुल 69 डेंगू के संभावित पेशेंट्स आये थे। जिनमें से 29 केस में डेंगू के प्रारंभिक जांच में पॉजिटिव पाये गये। इनमें से 23 लोगों का सैंपल बीएचयू स्थित सेंट्रिनो लैब में भेजा गया है। इनमें से सात लोगों के सैंपल वहां भी पॉजिटिव पाये गये हैं। बाकी के सैंपल का रिजल्ट अभी आना बाकी है।

मंडलीय हॉस्पिटल भी फुल

डेंगू के आतंक का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कबीरचौरा स्थित मंडलीय हॉस्पिटल में डेंगू पेशेंट्स के लिए बनाया गया वार्ड पूरी तरह फुल है। पेशेंट्स को वार्ड नंबर सात में एडमिट करने की नौबत आ गयी है। इसके अलावा डायरिया पेशेंट्स भी बड़ी संख्या में हॉस्पिटल में आ रहे हैं। दीनदयाल व कबीरचौरा हॉस्पिटल में शिवपुर, फुलपूर, कबीरनगर, कैंट, दुर्गाकुंड के अलावा दूसरे डिस्ट्रिक्ट के पेशेंट्स का भी इलाज किया जा रहा है। बीएचयू की ओपीडी में औसतन हर रोज 20 डेंगू के संभावित पेशेंट्स आ रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार यहां तकरीबन 110 डेंगू पेशेंट्स एनएसवन एजी टेस्ट में पाजिटिव पाये गये हैं।

ऐसे दिखें लक्षण तो तुरंत कराये जांच

-डेंगू में पेशेंट को तेज बुखार होता है

- सिर व बदन में तेज दर्द, पेट जोड़ों व मसल्स में दर्द व अकडऩ

-स्थिति गंभीर होने पर मिचली-उल्टी व ब्लीडिंग

-रोग प्रतिरोधक क्षमता का अभाव, प्लेटलेट्स की कमी

इस तरह बच सकते हैं

-हाल में बरसात हुई है। छत पर या घर में बेकार पड़े डिब्बों का पानी गिरा दें

-कूलर में अगर पानी हो तो उसे गिरा कर कूलर को एकदम सुखा दें।

-घर के बाहर यदि कहीं कूड़ा हो तो उसके अगल-बगल चूने का छिड़काव कर दें

- घर के आसपास गड्ढों में साफ पानी भी न जमने दें या उसमें केरोसिन डाल दें।

-छत पर पड़े बेकार मटकी, प्रयोग किए टायर, डिब्बे आदि में एकत्र पानी गिरा दें।

 -पूरी बांह के कपड़े पहनें। दिन में सोते समय भी मच्छरदानी लगाकर ही सोएं।  

हर किसी को प्लेटलेट्स की दरकार

डेंगू से पीडि़त होने पर बॉडी में प्लेटलेट्स की कमी आ आ जाती है। ये प्लेटलेट्स ही हमारे शरीर के प्रतिरोधक क्षमता के लिए उत्तरदायी होते हैं। इनकी कमी से पेशेंट के रोग से लडऩे की क्षमता घट जाती है। ऐसे में पेशेंट को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। डेंगू के पेशेंट्स बढऩे के साथ ही प्लेटलेट्स की संख्या में भी खासा इजाफा हुआ है। आईएमए ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स लेने वालों की भारी भीड़ जमा हो रही है। प्लेटलेट्स की सुविधा कबीरचौरा हास्पिटल व बीएचयू में उपलब्ध है। लेकिन आईएमए व कबीरचौरा हॉस्पिटल के ब्लड बैंक में उपलब्ध प्लेटलेट्स के एक यूनिट पेशेंट को चढ़ाने से प्लेटलेट्स का काउंट पांच से सात हजार ही बढ़ता है वहीं बीएचयू के ब्लड बैंक में उपलब्ध सिंगल डोनर मशीन के चलते यहां के एक यूनिट प्लेटलेट चढ़ाने पर काउंंट में 30 से 40 हजार तक इजाफा होता है। लेकिन बीएचयू ब्लड बैंक सिर्फ अपने यहां के एडमिट पेशेंट्स को ही ब्लड उपलब्ध कराता है।

डेंगू के पेशेंट्स हर रोज आ रहे हैं। इस समय हमारे यहां 24 पेशेंट्स के एडमिट करने की व्यवस्था है। पेशेंट्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए हमें बेड बढ़ाने पड़े हैं। प्रारंभिक जांच के पाजिटिव पाये गये पेशेंट्स को ही एडमिट किया जा रहा है।

डॉ मंगला सिंह, सीएमएस